सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष सिर्फ नकारात्मक राजनीति कर रहा है। ये खुद न काम करते हैं और न दूसरे को करने देते हैं। इन्होंने नई संसद भवन बनाने का विरोध किया। नेशनल वार मेमोरियल की आलोचना करते हुए इन्हें शर्म नहीं आई।

 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्निमाण की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने नकारात्मक राजनीति करने के लिए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पीएम ने रेलवे के क्षेत्र में 9 साल में अपनी सरकार द्वारा किए गए काम गिनाए। इसके बाद विपक्ष को निशाने पर लिया।

नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे देश में विपक्ष का एक धड़ा आज भी पुराने धड़े पर चल रहा है। वे खुद तो कुछ करेंगे नहीं और किसी को कुछ करने भी नहीं देंगे। न काम करेंगे न करने देंगे। इस रवैया पर अड़े हुए हैं। देश ने आज की और भविष्य की चिंता करते हुए संसद की आधुनिक इमारत बनवाई। संसद देश के लोकतंत्र की प्रतीक होती है। उसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष सबका प्रतिनिधित्व होता है, लेकिन विपक्ष के इस धड़े ने संसद की नई इमारत का भी विरोध किया है।"

नेशनल वार मेरोरियल की आलोचना करते शर्म नहीं आई

पीएम ने कहा, "हमने कर्तव्य पथ का विकास किया तो उसका भी विरोध किया गया। इन लोगों ने 70 साल तक देश के वीर सैनिकों के लिए युद्ध स्मारक तक नहीं बनवाया। जब हमने नेशनल वार मेरोरियल बनवाया तो इसकी भी सरेआम आलोचना करते हुए शर्म नहीं आई।"

विपक्षी दलों के नेताओं ने नहीं किया सरदार पटेल के नमन

पीएम मोदी ने कहा, "सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आज दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है। हर हिन्दुस्तानी को इसपर गर्व होता है। कुछ राजनीतिक दल चुनाव के समय तो सरदार साहब को याद कर लेते हैं, लेकिन आज तक इनके एक भी बड़े नेता ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में जाकर न सरदार साहब के दर्शन किए न उन्हें नमन किया। हमने देश के विकास को सकारात्मक राजनीति से आगे बढ़ाने का फैसला किया है।"

देश हर बुराई के लिए कह रहा है Quit India

विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर निशाना साधते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, "अगस्त का महीना क्रांति का महीना है। 9 अगस्त को ऐतिहासिक Quit India movement (भारत छोड़ो आंदोलन) की शुरुआत हुई थी। इसने स्वतंत्रता की तरफ भारत के कदमों में नई ऊर्जा पैदा कर दी थी। इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है Quit India.

भारतीय रेल के इतिहास में हो रही नए अध्याय की शुरुआत

इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। आज 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो रहा है, जिसपर करीब 25 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। सरकार का प्रयास अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक एक बेहतर अनुभव देने का है। आज देश के हजारों स्टेशनों पर मुफ्त Wi-Fi की सुविधा उपलब्ध है। हमनें देखा है कि इस मुफ्त इंटरनेट का कितने ही युवाओं ने लाभ उठाया है। पढ़ाई करके वो अब अपने जीवन में सिद्धियां प्राप्त कर चुके हैं।

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उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में देश में जितनी लंबी रेल ट्रैक बिछाई गई है वह दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन के रेलवे नेटवर्क से भी ज्यादा है। देश का लक्ष्य हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना है। समय के साथ अब रेलवे स्टेशन हर्ट ऑफ द सिटी बन गए हैं। रेलवे के इस साल के बजट में 2.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का आवंटन किया गया है। यह बजट 2014 के बजट से पांच गुना ज्यादा है।