सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता की समीक्षा करने के लिए विशेषज्ञों से एक बार फिर रविवार को मुलाकात की। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई, जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ रहे थे। मोदी पिछले कई दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। रविवार की मीटिंग में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई अहम फैसलों पर चर्चा हुई।  इसमें सबसे बड़ा फैसला यह सामने आया है कि सरकार MBBS और नर्सिंग छात्रों को अस्पताल में तैनात करके मरीजों के इलाज में लगा सकती है।

नई दिल्ली.  कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ऑक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता की समीक्षा करने के लिए विशेषज्ञों से मुलाकात की। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई, जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ रहे थे। इसलिए माना जा सकता है कि कोरोना संकट को लेकर केंद्र सरकार कितनी चिंतित है। मोदी पिछले कई दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई अहम फैसलों पर चर्चा हुई। इसमें सबसे बड़ा फैसला यह सामने आया है कि सरकार MBBS छात्रों को अस्पताल में तैनात करके मरीजों के इलाज में लगा सकती है।

मीटिंग की खास बातें
सूत्रों ने बताया जाता है कि मोदी ने बैठक में कई अहम फैसले लिए। इसमें अंतिम वर्ष में पढ़ रहे MBBS और नर्सिंग छात्रों की सेवाएं अस्पताल में लेने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही कोविड ड्यूटी करने वाले चिकित्सा कर्मियों को सरकारी भर्ती में प्रायोरिटी के साथ वित्तीय प्रोत्साहन देने पर भी फैसला हुआ। बैठक में छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए मेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रमों के पासआउट छात्रों की सेवाएं लेने पर विचार हुआ। हालांकि इस मीटिंग का विस्तार से खुलासा सोमवार को होने की संभावना है। बैठक में नीट(NEET) परीक्षा में देरी का फैसला और MBBS पास आउट छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

यह भी जानें

पिछले 24 घंटे में भारत में 3.92 लाख नए केस आए हैं। इस दौरान 3,684 की मौत हुई। अब तक 2,15,523 की मौत हो चुकी है। अप्रैल महीने में अकेले भारत में 68 लाख केस मिले। लेकिन यह राहत की खबर है कि रिकवर होने का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 3 लाख से अधिक लोग रिकवर भी हुए हैं। अब तक 1,59,81,772 लोग रिकवर हो चुके हैं। इस समय देश में 33,43,910 एक्टिव केस हैं। 

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 29,01,42,339 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 18,04,954 सैंपल कल टेस्ट किए गए। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 18,26,219 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 15,68,16,031 हुआ। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, वैक्सीनेशन अभियान के तीसरे चरण के पहले दिन 11 राज्यों में 18-44 आयु वर्ग के 86,023 लाभार्थियों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई।

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