स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव विकास शील ने पत्र जारी कर बताया है कि प्राइवेट या सरकारी संस्थाएं/आफिस अपने कर्मचारियों व परिवारों के लिए वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों के माध्यम से सीधे खरीद कर लगवा सकेंगे।
नई दिल्ली। अब प्राइवेट या सरकारी आफिस अपने कर्मचारियों व उनके परिवारों के वैक्सीनेशन के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहेेंगे। वैक्सीनेशन के लिए जिन संस्थानों या कंपनियों का जिस निजी अस्पतालों से टाईअप होगा उसके माध्यम से सीधे वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से वैक्सीन खरीद सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया आदेश
स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव विकास शील ने पत्र जारी कर बताया है कि प्राइवेट या सरकारी संस्थाएं/आफिस अपने कर्मचारियों व परिवारों के लिए वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों के माध्यम से सीधे खरीद कर लगवा सकेंगे। हालांकि, पत्र में यह भी साफ किया गया है कि सरकारी आफिसों में 45 साल के अधिक लोगों के वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराएगी।
सीधे नहीं खरीद सकेंगे वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव विकास शील ने बताया कि निजी क्षेत्र के आफिस अपने कर्मचारियों के लिए सीधे वैक्सीन नहीं खरीद सकेंगे। इसके लिए उन्हे किसी अस्पताल से टाईअप करना होगा जो उसके लिए वैक्सीन खरीदी करेगी।
Asianet News काविनम्रअनुरोधःआईएसाथमिलकरकोरोनाकोहराएं, जिंदगीकोजिताएं...।जबभीघरसेबाहरनिकलेंमाॅस्कजरूरपहनें, हाथोंकोसैनिटाइजकरतेरहें, सोशलडिस्टेंसिंगकापालनकरें।वैक्सीनलगवाएं।हमसबमिलकरकोरोनाकेखिलाफजंगजीतेंगेऔरकोविडचेनकोतोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona
