सार

नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस और छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

नई दिल्ली. नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया में विरोध प्रदर्शन के बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक राज्य सरकारों से कहा गया है कि हिंसा रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए। जामिया में हिंसा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी धरने पर बैठी हैं। प्रियंका ने दिल्ली के इंडिया गेट के सामने सांकेतिक धरना दिया। उनके साथ कांग्रेस के कुछ नेता भी मौजूद रहे। 

इससे पहले प्रियंका ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार को कायर सरकार बताया। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकर कायर है।

उन्होंने आगे लिखा, जनता की आवाज से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं, इसकी आवाज़ आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।
 
जामिया इलाके में हिंसक प्रदर्शन के बाद हुई थी झड़प
रविवार को दिल्ली के जामिया इलाके में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद थे। थोड़ी देर में ये विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी बसों को आग लगा दिया। इसके बाद पुलिस ने जामिया यूनिवर्सिटी में घुसकर कार्रवाई की। 

छात्रों का आरोप- लाइब्रेरी में घुसकर मारपीट की
छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन का आरोप है कि पुलिस ने बिना अनुमति के परिसर में दाखिल होकर छात्रों के साथ मारपीट की। साथ ही लाइब्रेरी में घुसकर भी छात्र और छात्राओं के साथ मारपीट की गई। 

पुलिस ने कहा- अराजक तत्व जमा थे
वहीं, पुलिस का कहना है कि पुलिसकर्मी पूरे इलाके में अराजकतत्वों को खोज रहे थे। इसी क्रम में वे यूनिवर्सिटी में दाखिल हुए थे। यहां पहले से जमा कुछ ग्रुपों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। 

5 जनवरी तक बंद जामिया यूनिवर्सिटी
इसी बीच जामिया यूनिवर्सिटी में विंटर वेकेशन का ऐलान कर दिया गया। अब यूनिवर्सिटी 5 जनवरी तक बंद रहेगी।