सार
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। अब इस आंदोलन की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होना शुरू हो गई है। हाल ही में किसानों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर रिहाना ने ट्वीट किया था। अब इसे लेकर राहुल गांधी ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया दी।
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। अब इस आंदोलन की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होना शुरू हो गई है। हाल ही में किसानों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर रिहाना ने ट्वीट किया था। अब इसे लेकर राहुल गांधी ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया दी।
दरअसल, राहुल गांधी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बजट, चीन विवाद और किसानों के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान जब उनसे रिहाना को लेकर पूछा गया तो राहुल ने कहा, मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। यह हमारा आंतरिक मामला है। सरकार को तीनों कानूनों को वापस लेना पड़ेगा।
क्या है मामला ?
मंगलवार को कैरेबियन पॉप स्टार रिहाना ने एक खबर शेयर की थी। इसमें किसान आंदोलन और सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट बंद होने की खबर थी। उन्होंने लिखा, इस बारे में हम बात क्यों नहीं कर रहे हैं? इसके अलावा पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया था। उनके अलावा कई विदेशी हस्तियां भी किसान आंदोलन का समर्थन कर चुकी हैं।
वहीं, इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियां कुछ भी बोलने से पहले तथ्य जांच लें।
राहुल ने साधा सरकार पर निशाना, पूछा- किलेबंदी क्यों की जा रही?
इससे पहले राहुल गांधी ने पूछा कि किसानों के खिलाफ किलेबंदी क्यों की जा रही है। क्या किसानों से सरकार डरती है। राहुल ने कहा, किसान देश की ताकत हैं। सरकार का काम है कि समस्या को हल किया जाए, ना कि किसानों को डराया जाए। किसान पीछे नहीं हटेंगे, सरकार को ही पीछे हटना पड़ेगा।
भाजपा ने साधा निशाना
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर किसानों को उकसाने का आरोप लगाया। संबित पात्रा ने कहा, राहुल गांधी चाहते हैं कि गोली चलें, लाशें बिछ जाएं। उन्होंने कहा, राहुल हुड़दंगियों को रिहा करने की मामंग करते हैं। उन्होंने पूछा, क्या ये लोग राहुल गांधी के अपने हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी और रिहाना दोनों को कृषि के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है। ये लोग कृषि कानूनों पर बात कर रहे हैं।