सार
राजस्थान में करीब 1 महीने से चला आ रहा सियासी संग्राम अब थमता नजर आ रहा है। पार्टी आलाकमान से भरोसा मिलने के बाद बागी हुए सचिन पायलट भी कांग्रेस में वापस आ चुके हैं। सचिन पायलट की वापसी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी बात रखी।
जयपुर. राजस्थान में करीब 1 महीने से चला आ रहा सियासी संग्राम अब थमता नजर आ रहा है। पार्टी आलाकमान से भरोसा मिलने के बाद बागी हुए सचिन पायलट भी कांग्रेस में वापस आ चुके हैं। सचिन पायलट की वापसी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी बात रखी। सीएम गहलोत ने कहा, लोकतंत्र को बचाने के लिए सब सहना पड़ता है। उन्होंने कहा, जो कुछ हुआ, वह इस प्रकार से है कि उसे भूलो और माफ करो।
सीएम गहलोत ने कहा, सब मिलकर चलें, क्योंकि राज्य के लोगों ने विश्वास दिखाकर हमारी सरकार को चुना था। हमारी जिम्मेदारी है कि उसे बनाए रखें। हमें प्रदेश की सेवा करनी है। उन्होंने कहा, हम सब मिलकर काम करेंगे। जो साथी चले गए थे, वे भी वापस आ गए हैं। मुझे उम्मीद है कि गिले शिकवे दूर करके सब मिलकर प्रदेश की सेवा करेंगे।
तीन सदस्यीय समिति सुलझाएगी मतभेद
सचिन पायलट पिछले 1 महीने से बागी तेवर अपनाए हुए थे। उनके साथ 18 और विधायक गुरुग्राम में डेरा डाले हुए थे। रविवार-सोमवार को पायलट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से बात की। इसके बाद पार्टी आलाकमान ने गहलोत और पायलट के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। पायलट ने उम्मीद जताई है कि समिति जल्द ही अपना काम शुरू करेगी।
डिप्टी सीएम- प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए सचिन
मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिन पायलट पर भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इसके बाद कांग्रेस के 102 विधायकों को जयपुर फिर जैसलमेर शिफ्ट किया गया था। वहीं, कांग्रेस ने पायलट पर कार्रवाई करते हुए उन्हें डिप्टी सीएम- प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। इसके अलावा दो बागी विधायकों से भी मंत्री पद वापस ले लिया गया था।