सार
अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस फैसले के बाद से लोगों में राममंदिर को लेकर उत्सुकता है। मंदिर निर्माण के लिए 30 साल पहले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा को काम दिया गया था।
अयोध्या. अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस फैसले के बाद से लोगों में राममंदिर को लेकर उत्सुकता है। मंदिर निर्माण के लिए 30 साल पहले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा को काम दिया गया था। उन्होंने दावा किया है कि अगर मंदिर के निर्माण में 2000 कारीगर लगाए जाते हैं तो यह 2-3 साल में पूरा हो जाएगा।
चंद्रकांत सोमपुरा ने बताया कि उन्हें विश्व हिंदू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंघल ने उन्हें ये काम दिया था। उस वक्त सिंघल सोमपुरा को मंदिर तक ले गए थे। हालांकि, खुद सिंघल विवादित परिसर में नहीं गए थे।
निर्माण में 100 करोड़ रुपए का आएगा खर्च
सोमपुरा ने बताया कि मंदिर के निर्माण में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होगा। चंद्रकांत गुजरात के रहने वाले हैं। उनका पूरा परिवार मंदिर डिजाइन बनाता है। सोमनाथ मंदिर का डिजाइन भी इन्हीं के परिवार ने बनाया था।
6 महीने में बना राममंदिर का डिजाइन
चंद्रकांत ने बताया कि राम मंदिर पर 6 तरह के डिजाइन पर काम किया गया था। इसके 6 महीने बाद नागर शैली में मॉडल बनाया गया। मंदिर के लिए 50% काम पूरा हो चुका है। इसके गुम्बद को डिजाइन किया जाना बाकी है।
मंदिर की ये होंगी विशेषताएं
- मंदिर 150 फीट चौड़ा, 270 फीट लंबा होगा। गुम्बद 270 फीट ऊंचा होगा।
- इसमें सिंह द्वार कोली, गर्भ गृह के प्रवेश द्वार होंगे।
- भरतपुर से लाया गए पत्थर का होगा इस्तेमाल, संगमरमर भी लगेगा
- मंदिर का मॉडल 2 मंजिला है, नीचे मंदिर और ऊपर राम दरबार होगा
- मंदिर में 221 स्तंभ होंगे, हर देवी देवताओं की आकृतियां होंगी
- मंदिर में संतों के निवास, शोध केंद्र, कर्मचारी आवास और भोजनालय होंगे।