सार
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरों में 0.40% की कटौती की है। नई दरें 27 मई से लागू हो गई हैं। एसबीआई ने 2 करोड़ या इससे अधिक की बल्क एफडी पर भी 50 बीपीएस तक की कटौती की है। एसबीआई ने एक माह में दूसरी बार ऐसा कदम उठाया है।
नई दिल्ली. देश में जारी कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने FD पर ब्याज दरें घटाने का निर्णय लिया है। बैंक ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरों में 0.40% की कटौती की है। नई दरें 27 मई से लागू हो गई हैं। एसबीआई ने 2 करोड़ या इससे अधिक की बल्क एफडी पर भी 50 बीपीएस तक की कटौती की है। इस श्रेणी में बैंक अधिकतम तीन फीसदी ब्याज दे रहा है। इससे पहले भी एसबीआई ने इसी महीने एफडी पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती की थी।
पहले 0.20 फीसदी की हुई थी कटौती
एसबीआई ने 12 मई को ही फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर मिलने वाले ब्याज में 0.20 फीसदी की कटौती की थी। इसके बाद एसबीआई ने सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की थी। इसमें अब जमा पर 2.75 फीसदी सालाना ब्याज दिया जा रहा है, जो पहले 3 फीसदी था।
जानिए- एसबीआई की नई ब्याज दर
अवधि | आम उपभोक्ताओं के लिए नई दर | वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दर |
7 से 45 दिन | 2.9 % | 3.4% |
46 से 179 दिन | 3.9% | 4.4% |
180 से 210 दिन | 4.4% | 4.9% |
211 दिन से एक साल | 4.4% | 4.9% |
1 साल से दो साल | 5.1% | 5.6% |
2 साल से तीन साल | 5.1% | 5.6% |
3 साल से पांच साल | 5.3% | 5.8% |
5 साल से 10 साल | 5.4% | 6.2% |
किसे नुकसान?
ब्याज दर में 0.40% की कटौती का सबसे ज्यादा नुकसान उन लोगों को होगा जो ब्याज से होने वाली आय पर निर्भर करते हैं, जैसे सीनियर सिटिजन्स। इसके पहले बैंक ने बुजुर्गों के लिए स्पेशल स्पेशल 'एसबीआई वीकेयर' एफडी स्कीम का ऐलान किया था, जिसमें बैंक सीनियर सिटीजन को 0.80 फीसदी ज्यादा ब्याज दे रहा है। यह स्पेशल स्कीम पांच साल या इससे अधिक की अवधि का डिपॉजिट कराने वाले सीनियर सिटीजंस पर लागू है. यह सीमित अवधि 30 सितंबर 2020 तक के लिए खुली है।