सार

कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिए जाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज यानी मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। जिसके बाद कयास लगाया जा रहा कि संसद सत्र के बाद केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। 

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की राजनीति में दरकिनार किए जाने से आहत पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब नई शुरूआत का निर्णय लिया है। जिसको लेकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद कहा जा रहा कि सिंधिया ने आज शाम 6 बजे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।

बीजेपी लौटाएगी सम्मान

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो रहे सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी वो सम्मान देगी। जिसके लिए वह कांग्रेस में लगातार संघर्ष करते रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी सिंधिया को राज्यसभा में भेज सकती है। इसके अलावा उन्हें मोदी सरकार में मंत्री भी बनाया जाएगा। 

सूत्रों के मुताबिक, संसद सत्र के बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा और इस विस्तार में सिंधिया को शामिल किया जाएगा। 

सिंधिया खेमे के 19 विधायकों ने भी दिया इस्तीफा 

ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद सिंधिया  खेमे के विधायक भी कांग्रेस से नाराज हैं। ऐसे ही 19 विधायकों ने अपने इस्तीफे दे दिए हैं। इन विधायकों के इस्तीफे के साथ ही कमलनाथ सरकार का गिरना लगभग तय माना जा रहा है और बीजेपी एक बार फिर मध्य प्रदेश में सरकार बनाने की स्थिति में आ गई है। 

बेंगलुरू में हैं 19 विधायक 

कांग्रेस से नाराज चल रहे सिंधिया खेमे के 19 विधायक बेंगलुरू में है। इन विधायकों में मौजूदा कमलनाथ सरकार में 6 मंत्री भी शामिल हैं। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उसमें राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी। वहीं इनके साथ राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, मुन्नालाल गोयल, ओपीएस भदौरिया, रणवीर जाटव, गिर्राज दंडोतिया, कमलेश जाटव, रक्षा संतराम सरौनिया, जसवंत जाटव, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह जज्जी, बृजेंद्र सिंह यादव ने इस्तीफा दिया है।