सार

सोमवार से बजट सत्र (Budget session) का दूसरा चरण शुरू हो गया। सीबीआई और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दलों के नेताओं ने सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

नई दिल्ली। बजट सत्र (Budget session 2023) का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है। केंद्र सरकार की प्राथमिकता इस दौरान वित्त विधेयक पारित कराना है। विपक्षी दलों के नेताओं ने बीजेपी विरोधी दलों के खिलाफ सीबीआई और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। 

विपक्ष की बैठक में टीएमसी ने नहीं लिया हिस्सा
बजट सत्र के लिए विपक्ष की रणनीति बनाने के लिए सोमवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर विपक्षी दलों की बैठक हुई। इसमें 16 दलों ने हिस्सा लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया।

विपक्ष उठाएगा ईडी और सीबीआई का मुद्दा

विपक्ष द्वारा ईडी और सीबीआई की कार्रवाई का मुद्दा उठाया गया है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी विरोधी दलों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। हिंडनबर्ग-अदाणी मुद्दे पर विपक्ष ने बजट सत्र के पहले हिस्से में जमकर विरोध किया था। 

यह भी पढ़ें- कुछ लोग विदेशों में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाते हैं...कर्नाटक में पीएम मोदी का राहुल गांधी को जवाब, पढ़िए भाषण की 5 बड़ी बातें

लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि विपक्ष एकजुट रुख अपनाए। मणिकम टैगोर ने कहा, “हम लोगों के मुद्दों, एलपीजी की कीमतों में हुई वृद्धि, अदाणी, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, किसानों के मुद्दों और राज्यपालों के हस्तक्षेप को उठाना जारी रखेंगे। हम सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हम चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट हो।”

यह भी पढ़ें- इंडियन नेवी खरीदेगा 200 से अधिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल्स: स्वदेशी डिफेंस इंडस्ट्री को मिली रफ्तार, फिलीपींस से भी बड़ा आर्डर