सार
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जाने वाले अभियान पर शिवसेना ने सवाल उठाए हैं। शिवसेना का आरोप है कि राम मंदिर के निर्माण के लिए लोगों से चंदा एकत्र करने के लिए चलाया जाने वाला संपर्क अभियान भगवान राम की आड़ में 2024 आम चुनावों के लिए प्रचार करने के समान है।
मुंबई. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जाने वाले अभियान पर शिवसेना ने सवाल उठाए हैं। शिवसेना का आरोप है कि राम मंदिर के निर्माण के लिए लोगों से चंदा एकत्र करने के लिए चलाया जाने वाला संपर्क अभियान भगवान राम की आड़ में 2024 आम चुनावों के लिए प्रचार करने के समान है। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज किया है। भाजपा ने कहा, राम मंदिर पार्टी के लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
दरअसल, शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, यह कभी तय नहीं हुआ था कि भव्य मंदिर का निर्माण लोगों के चंदे से किया जाएगा। भगवान राम के नाम पर प्रचार अभियान एक बिंदू पर बंद हो जाना चाहिए, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा।
चंदा एकत्र करने का मामला राजनीतिक
शिवसेना ने आरोप लगाया कि लोगों से चंदा एकत्र करने का मामला सीधा-सरल नहीं है। यह राजनीतिक है। शिवसेना ने आगे कहा, मंदिर का निर्माण किसी राजनीतिक दल के राजनीतिक हित के लिए नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसे देश में हिंदू गौरव की पताका फहराने के लिए किया जा रहा है।
शिवसेना ने सामना में लिखा, चंदा मांगने और संपर्क में 4 लाख स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे। इस जनसंपर्क कार्यक्रम का मकसद भगवान राम की आड़ में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करना है। इतना ही नहीं शिवसेना ने सवाल उठाया कि इस कार्यक्रम को कौन से स्वयंसेवक चलाएंगे और उनके संगठन का नाम क्या है?
बाल ठाकरे की प्रेरणा से बाबरी मस्जिद की गुबंद पर चला था हथौड़ा
शिवसेना ने आगे लिखा, मंदिर निर्माण मुहिम की शुरुआत में विहिप नेता अशोक सिंघल, विनय कटियार और अन्य ने अयोध्या में डेरा डाला था। भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने रथ याात्रा की थी। बाल ठाकरे की प्रेरणा से बाबरी मस्जिद की गुबंद पर हथौड़ा चला था।
घर घर जाकर चंदा मांगना हिंदुत्व का अपमान
उधर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, घर-घर जाकर भगवान के नाम पर चंदा मांगना राम मंदिर और हिंदुत्व का अपमान है। उन्होंने कहा, भगवान राम के नाम पर राजनीतिक नाटक बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने न्यास के बैंक खाते में चंदा दिया और शिवसेना ने भी एक करोड़ रुपए का चंदा दिया। राउत ने कहा, फिर आप किस प्रचार के लिए इन चार लाख स्वयंसेवकों को भेज रहे है।
भाजपा ने दिया जवाब
इन आरोपों पर महाराष्ट्र में भाजपा नेता और पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, शिवसेना डरी क्यों है। संजय राउत 2024 के चुनाव में अपनी हार की नींव क्यों रख रहे हैं? उन्होंने कहा, भाजपा के लिए राममंदिर कभी राजनीतिक मुद्दा नहीं था और न ही है।