सार
समाजसेवा अच्छी बात है कि लेकिन मीडिया या सोशल मीडिया पर उसका प्रचार-प्रसार करना कभी-कभार जी का जंजाल बन जाता है। ऐसा ही कुछ भोपाल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता आलोक शर्मा के साथ हुआ। कहने को तो उन्होंने अस्पतालों को शव वाहन सौंपे थे, लेकिन उनके साथ फोटोशूट कराना फजीहत का कारण बन गया। वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए।
भोपाल, मध्य प्रदेश. कोरोना संक्रमण को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है। श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार के लिए लाइनें लगी हैं। शवों को ले जाने गाड़ियां नहीं मिल रहीं। इसे देखते हुए भोपाल के पूर्व महापौर और भाजपा नेता आलोक शर्मा ने सोमवार को अस्पतालों के लिए मुक्तिवाहन सौंपे। लेकिन वे यह भूल गए कि वाहनों के साथ फोटोशूट कराना फजीहत का कारण बन जाएगा। यही नहीं, उनके कार्यकर्ताओं(फोटो में मुक्तिवाहन में बैठा) ने मुक्तिवाहन में बैठकर भी फोटो खिंचवाया। बस फिर क्या था, इस मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है।
(मुक्तिवाहन के आगे खड़े होकर फोटोशूट कराते(नीली जैकेट) पूर्व मेयर आलोक शर्मा)
कांग्रेस ने कहा-शर्म करो
इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करके कहा कि शर्म करो बेशर्मों। बता दें कि आलोक शर्मा ने 6 बड़े अस्पतालों को 6 मुक्तिवाहन सौंपे। इस मौके पर जेपी अस्पताल के सीनियर डॉक्टर्स सहित भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।