सार
स्पाइसजेट ने कहा कि वह ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से निकाले गए लोगों को वापस लाने के लिए स्पेशल फ्लाइट चलाने की योजना बना रही है।
नई दिल्ली: 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारतीयों को वापस लाने के लिए स्पाइसजेट अपने विशेष विमान चलाएगी। इस संबंध में स्पाइसजेट (SpiceJet) ने सोमवार को कहा कि वह ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत सूडान (Sudan ) से निकाले गए लोगों को सऊदी अरब से वापस लाने के लिए भारत के विभिन्न शहरों में और अधिक फ्लाइट ऑपरेट करनी करने की योजना बना रही है। इससे पहले एयरलाइंस ने 30 अप्रैल को जेद्दा से कोच्चि के लिए नो-फ्रिल्स (No-Frills ) फ्लाइट ऑपरेट की थी, जिसमें ऑपरेशन कावेरी के तहत 184 भारतीयों को वापस लाया गया था।
एक प्रेस रिलीज में कंपनी ने कहा कि वह विदेश मंत्रालय और सऊदी अरब में भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Saudi Arabia) के साथ संपर्क में है, ताकि लोगों को बाहर निकालने के लिए जारी प्रयासों के लिए कोर्डिनेशन कर सके। बता दें कि एयरलाइन जेद्दा से कालीकट, दिल्ली और मुंबई के लिए डेली फ्लाइट संचालित करती है। इसके अलावा कंपनी रियाद से दिल्ली के लिए भी डेली फ्लाइट ऑपरेट करती है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत अब तक कुल 2300 भारतीयों को संकटग्रस्त सूडान (strife torn Sudan) से वापस लाया गया है। गौरतलब है कि इससे पहल स्पाइसजेट ने बुडापेस्ट, कोसिसे और सुसीवा के लिए विशेष उड़ानें संचालित करके ऑपरेशन गंगा के तहत 1,600 से अधिक छात्रों को निकालने में मदद की थी।
ऑपरेशन कावेरी के तहत 2300 भारतीय निकाले गए
इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि रविवार यानी 30 अप्रैल तक सूडान से कुल 2300 भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। अब तक 8 फ्लाइट से 2300 लोग भारत पहुंचाए गए हैं। जबकि 3 अन्य फ्लाइट्स में जिनमें 229, 288 और 135 पैसेंजर्स हैं, वे भी इंडिया लाए जाएंगे। तब भारत पहुंचने वालों की संख्या 2500 को पार कर जाएगी। उन्होंने कहा कि एयरफोर्स के सी-130 विमान से लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है।
क्यों चलाना पड़ रहा है ऑपरेशन कावेरी?
अफ्रीकी देश सूडान में पैरामिलिट्री फोर्सेज और सूडानी सेना के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। दोनों के बीच भीषण संघर्ष छिड़ने के बाद देश में हालात काफी बिगड़ चुके हैं। फिलहाल सीजफायर का ऐलान किया गया है। भारत सरकार ने सूडान में रहने वाले भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया है। इसमें भारतीय नौसेना, वायुसेना और आर्मी की मदद ली जा रही है।