सार
सूडान (Sudan Crisis) से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) चलाया जा रहा है। इसी क्रम में जेद्दाह से 186 पैसेंजर्स को लेकर फ्लाइट कोच्चि पहुंची।
Operation Kaveri. संकटग्रस्त सूडान से भारतीयों को निकालने का क्रम जारी है। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी के माध्यम से भारतीयों को निकाला जा रहा है। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया कि जेद्दाह से 186 भारतीयों को लेकर फ्लाइट कोच्चि पहुंची है। यह कुल मिलाकर 9वीं ऑउट बउंड फ्लाइट है। जो यात्री भारत की धरती पर कदम रख रहे हैं वे वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं। भारत सरकार को भी धन्यवाद दे रहे हैं।
ऑपरेशन कावेरी: संडे तक 2300 भारतीय निकाले गए
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि रविवार यानी 30 अप्रैल तक सूडान से कुल 2300 भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। एयरफोर्स के सी-130 विमान से लोगों को निकालने का क्रम जारी है और अभी तक 2300 भारतीयों को इस फ्लाइट से सुरक्षित निकाला जा चुका है। 8 फ्लाइट से 2300 लोग भारत पहुंचाए गए हैं। जबकि 3 अन्य फ्लाइट्स में जिनमें 229, 288 और 135 पैसेंजर्स हैं, वे भी इंडिया लाए जाएंगे। तब भारत पहुंचने वालों की संख्या 2500 को पार कर जाएगी।
ऑपरेशन कावेरी: कैस चल रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन
ऑपरेशन कावेरी के तहत शनिवार शाम को 365 यात्री सूडान से नई दिल्ली पहुंचे थे। वहीं शनिवार सुबह भी एक विमान से 231 यात्री नई दिल्ली पहुंचाए गए। सूडान में सीजफायर के ऐलान के बाद से ही भारत सहित कई देश अपने नागरिकों को सूडान से निकाल रहे हैं। भारत की तरफ से नौसेना के जहाज आईएनएस तेग से 288 लोगों को सूडान से सुरक्षित बाहर निकाला गया। यह सूडान से निकाला जाने वाला कुल 14वां बैच है जिन्हें जेद्दाह पहुंचाया गया। नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा को भी सूडान पोर्ट पर तैनात किया गया है। भारत सरकार का कहना है कि वे सूडान से 3000 लोगों को बाहर निकालेंगे।
क्यों चलाना पड़ रहा है ऑपरेशन कावेरी
अफ्रीकी देश सूडान में पैरामिलिट्री फोर्सेज और सूडानी सेना के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। दोनों के बीच भीषण संघर्ष छिड़ने के बाद देश में हालात काफी बिगड़ चुके हैं। फिलहाल सीजफायर का ऐलान किया गया है। भारत सरकार ने सूडान में रहने वाले भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया है। इसमें भारतीय नौसेना, वायुसेना और आर्मी की मदद ली जा रही है।
यह भी पढ़ें