सार

कोविड का कहर दिल्ली से कम नहीं हुआ है। हालांकि, हाईकोर्ट लगातार कोविड से बचाव के इंतजामों की समीक्षा कर रहा है। दिल्ली सरकार ने भी लाॅकडाउन लगाकर केसों के बढ़ने से रोकने का प्रयास किया है। अभी भी दिल्ली में 19 हजार से 21 हजार केस प्रतिदिन आ रहे हैं। अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं, ऑक्सीजन के लिए हाहाकार है। ऐसे में दिल्ली के लोग चाहते हैं कि सरकार कम से कम दो सप्ताह के लिए लाॅकडाउन बढ़ा दे।

नई दिल्ली। कोविड का कहर दिल्ली से कम नहीं हुआ है। हालांकि, हाईकोर्ट लगातार कोविड से बचाव के इंतजामों की समीक्षा कर रहा है। दिल्ली सरकार ने भी लाॅकडाउन लगाकर केसों के बढ़ने से रोकने का प्रयास किया है। अभी भी दिल्ली में 19 हजार से 21 हजार केस प्रतिदिन आ रहे हैं। अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं, ऑक्सीजन के लिए हाहाकार है। ऐसे में दिल्ली के लोग चाहते हैं कि सरकार कम से कम दो सप्ताह के लिए लाॅकडाउन बढ़ा दे। करीब 85 प्रतिशत लोग लाॅकडाउन को बढ़ाए जाने के पक्ष में हैं। एक सर्वे में 70 प्रतिशत लोग दो हफ्ते के लिए लाॅकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं तो 47 प्रतिशत लोगों का मानना है कि तीन सप्ताह के लिए इसको बढ़ाया जाए। 

क्या चाहती है दिल्ली

दिल्ली में कोविड केसों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी से राज्य में हाहाकार मचा हुआ है। पूरा स्वास्थ्य सिस्टम लड़खड़ा गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोग भटक रहे हैं। पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी से दर्जनों लोगों ने जान गंवाई। कोविड केसों के बेकाबू होने पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने लाॅकडाउन लगा दिया था। पहले 3 मई तक यह प्रभावी रहा लेकिन फिर उसको बढ़ाते हुए दस मई कर दिया गया था। क्या लाॅकडाउन की अभी जरूरत है, इसे बढ़ाया जाना चाहिए। एक सर्वे एजेंसी ने दिल्ली लाॅकडाउन को लेकर क्या सोचती है, इस पर लोगों की राय जानी। इस सर्वे में 70 प्रतिशत लोगों ने कहा कि लाॅकडाउन कम से कम दो सप्ताह के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। 47 परसेंट लोगों का मानना है कि तीन सप्ताह के लिए लाॅकडाउन को बढ़ाया जाए। जबकि 15 प्रतिशत लोगों का कहना है कि एक सप्ताह के लिए ही इसे बढ़ाया जाए। हालांकि, 9 प्रतिशत ऐसे लोग भी हैं जो लाॅकडाउन तत्काल खत्म करने और सारे प्रतिबंधों को हटाने के पक्ष में हैं। इस सर्वे में 11402 लोगों ने हिस्सा लिया। 

 

लाॅकडाउन का पक्ष लेने वालों में हो रही बढ़ोतरी

दिल्ली में कोविड के बेकाबू होने से लोगों को लाॅकडाउन सबसे बढ़िया विकल्प सूझ रहा। लोग लगातार इसके पक्ष में आ रहे हैं। सर्वे के अनुसार 28 मार्च तक दिल्ली के महज 16 प्रतिशत लोग ही लाॅकडाउन के पक्ष में थे। लेकिन 15 अप्रैल तक यह 59 प्रतिशत हो गया। 23 अप्रैल को हुए सर्वे में 68 प्रतिशत लोग लाॅकडाउन की हिमायत करने लगे। जबकि पिछले हफ्ते हुए सर्वे में यह 75 प्रतिशत हो गया। अभी 85 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि लाॅकडाउन लगाया बढ़ाया जाना चाहिए। लाॅकडाउन की मांग करने वालों में पांच गुना वृद्धि हुई है। 

 

दिल्ली के 11 जिलों में हुआ सर्वे

लोकलसर्किल नामक संस्था ने दिल्ली में लाॅकडाउन को लेकर सर्वे किया है। इस सर्वेे में दिल्ली के 11 जिलों के लोगों ने भाग लिया। इसमें 66 प्रतिशत पुरुष और 34प्रतिशत महिलाएं शामिल रहीं। 
 

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