सार
2 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। ऐसे में देश भर में गणपति उत्सव को लेकर तौयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसी तरह से हैदराबाद के खैरताबाद में गणेश उत्सव समिति ने 61 फीट ऊंची गणपति की प्रतिमा बनाई है। दावा किया जा रहा है कि यह देश की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा है। इसका वजन करीब 50 टन है।
हैदराबाद. 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। ऐसे में देश भर में गणपति उत्सव को लेकर तौयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसी तरह से हैदराबाद के खैरताबाद में गणेश उत्सव समिति ने 61 फीट ऊंची गणपति की प्रतिमा बनाई है। दावा किया जा रहा है कि यह देश की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा है। इसका वजन करीब 50 टन है।
कमेटी के अध्यक्ष सिंगरी सुदर्शन मुदिराज ने बताया कि प्रतिमा में गणेश को द्वादशी आदित्य महागणपति के अवतार में दर्शाया गया है। गणपति का यह रूप अच्छी बारिश और जलवायु का आशीर्वाद देता है।
बनाने के लिए 150 लोगों ने चार महीने तक किया काम
उन्होंने बताया, ''1954 में गणपित रखने की शुरुआत की गई थी। उस दौरान मेरे भाई द्वारा 1 फीट की प्रतिमा रखी गई थी। उसके बाद से लगातार यह लंबाई बढ़ रही है। 2014 में 60 फीट की प्रतिमा लगाई गई थी। उसके बाद हमने लंबाई को कम किया। लेकिन इस बार हमने यह प्रतिमा 61 फीट की बनाई है।'' सिंगरी ने बताया कि प्रतिमा बनाने में 150 लोगों ने चार महीने तक काम किया। इसमें करीब 1 करोड़ रुपए खर्च हुए। इसे बनाने के लिए बंगाल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से भी कारीगर आए थे। हम भाग्यशाली है कि हमने वक्त पर इसे पूरा कर लिया।
प्रतिमा के 12 चेहरे और 24 हाथ
उन्होंने बताया कि गणपति के पंडाल को पूजा के लिए 2 सितंबर को खोल दिया जाएगा। सुरक्षा के लिए पंडाल के आसपास 40 कैमरे भी लगाए गए हैं। प्रतिमा के 12 चेहरे और 24 हाथ बनाए गए हैं। इन हाथों में अलग-अलग हथियार हैं। गणपति प्रतिमा में नीचे 7 घोड़ो का रथ भी बनाया गया है। इस बार लगभग 5 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे।