सार

तेलंगाना में उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी टीआरएस को बड़ा झटका लगा है। यहां दुब्बका सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की है। यह सीट टीआरएस के मौजूदा विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी के निधन के बाद खाली हुई थी। टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को उम्मीदवार बनाया था। जबकि भाजपा की ओर से एम रघुनंदन राव मैदान में थे। 

तेलंगाना. तेलंगाना में उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी टीआरएस को बड़ा झटका लगा है। यहां दुब्बका सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की है। यह सीट टीआरएस के मौजूदा विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी के निधन के बाद खाली हुई थी। टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को उम्मीदवार बनाया था। जबकि भाजपा की ओर से एम रघुनंदन राव मैदान में थे। 

भाजपा उम्मीदवार एम रघुनंदन राव ने कडे़ मुकाबले में सोलीपेटा सुजाता को  1,470 वोट से मात दी। हालांकि, अभी चुनाव आयोग ने जीत का ऐलान नहीं किया है। 

कांग्रेस तीसरे नंबर पर सिमटी
कांग्रेस इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही। कांग्रेस के प्रत्याशी श्रीनिवास रेड्डी को 21819 वोट मिले। वहीं, भाजपा को 62,772 वोट, जबकि टीआरएस 61302 वोट मिले। 

राजीव चंद्रशेखर बोले- यह गेम चेंजर जीत 
राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव चंद्रशेखर ने इस जीत को गेम चेंजर जीत बताया। उन्होंने सीट के सभी वोटरों, भाजपा कार्यकर्ताओं और भाजपा उम्मीदवार को जीत की बधाई भी दी। 
 


भाजपा के लिए यह चौंकाने वाली जीत 
तेलंगाना में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस वक्त पार्टी ने सिर्फ 1 सीट जीती थी। ऐसे में भाजपा के लिए यह जीत चौंकाने वाली है। चुनाव नतीजों से पहले भाजपा नेता राम माधव ने भी ट्वीट कर कहा था, तेलंगाना में भाजपा और टीआरएस के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। भाजपा आगे चल रही है। यह भाजपा के लिए चौंकाने वाली जीत हो सकती है। 

 


टीआरएस की प्रतिष्ठा थी दांव पर
इस सीट पर टीआरएस की प्रतिष्ठा भी दांव पर थी। दरअसल, यह सीट सीएम केसीआर की गजवेल सीट, उनके बेटे केटीआर की सिरसिल्ला सीट और भतीजे हरीश राव की सिद्धीपेट सीट के पास है।