सार
राम-लला के आगमन के बाद से अयोध्या नगरी काफी सुंदर हुई है। अयोध्या में कई प्रकार के निर्माण करवाए जा रहे है। ऐसे में अयोध्या में कांसे से बनी जटायु की मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसे कुबेर टीला नाम दिया गया है।
अयोध्या. अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दोबारा आएंगे। राम-लला के आगमन के बाद से अयोध्या नगरी काफी सुंदर हुई है। अयोध्या में कई प्रकार के निर्माण करवाए जा रहे है। ऐसे में अयोध्या में कांसे से बनी जटायु की मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसे कुबेर टीला नाम दिया गया है। इस मूर्ति को बनाने वाले शख्स का नाम राम वांजी सूरत है। इनकी उम्र अब 98 साल के है। इस उम्र में भी वह मूर्ति बनाने का काम कर रहे है।
अब तैयार कर रहे 251 मीटर ऊंची श्री राम की प्रतिमा
प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वांजी सूरत अब 251 मीटर ऊंची प्रतिमा प्रभु राम की प्रतिमा तैयार कर रहे है। इस प्रतिमा को सरयू नदी के किनारे पर लगाया जाएगा। इस मूर्ति की स्थापना के बाद यह मूर्ति विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बन जाएगी।
विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने का रिकॉर्ड
मूर्तिकार राम वांजी सूरत और उनके बेटे ने गुजरात में लगी सरदार पटेल की प्रतिमा "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" को तैयार किया था। यह 182 मीटर ऊंची है। फिलहाल यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
फ्लाइंग मोड में टीला
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जटायु टीला बनाने का काम राम सूरत और अनिल को दिया गया था। इसके लिए राम सूरत ने ट्रस्ट को दो विकल्प दिए थे। पहले विकल्प में पौराणिक पक्षी को आक्रामक दिखाया गया था। दूसरे मोड में जटायु को उड़ते हुए दिखाया गया। राम मंदिर ट्रस्ट ने उड़ते हुए जटायु को पसंद किया था। मूर्तिकार राम सूरत के बेटे अनिल ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट को फ्लाइंग मोड पसंद आया। प्रभु राम की मूर्ति को लेकर हमने 3 डिजाइन पेश किए है। इनमें से एक में राम को अयोध्या के राजा तौर पर दिखाया गया था। ट्रस्ट को यह मॉडल पसंद आया।
राम मंदिरर गर्भगृह में रखी प्रतिमा अरुण योगीराज ने बनाईट
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले भगवान राम की नई मूर्ति को 19 जनवरी को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था। इस मूर्ति को मैसूर के अरुण योगीराज ने बनाई है। इस मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है। इस मूर्ति को मैसूर में बनाया गया था। राम लला की इस मूर्ति को मैसूर से अयोध्या ट्रक से लाया गया। राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और बाहर निकलने का रास्ता दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। नागर शैली से बना यह मंदिर परिसर 380 फीट लंबा, 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा है।
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