सार

बिहार विधानसभा चुनाव और देश के 11 राज्यों के विधानसभा उपचुनाव परिणामों की मतगणना जारी है। इस बीच, भारतीय शेयर बाजार की रिकॉर्ड बढ़त के साथ शुरुआत हुई है। बता दें कि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक की बढ़त के साथ ऑल टाइम हाई 42,800 अंक के करीब पहुंच गया है। वहीं, निफ्टी के आंकड़ों को देखें तो ये 12,500 अंक के स्तर पर पहुंच गए हैं।

मुंबई. बिहार विधानसभा चुनाव और देश के 11 राज्यों के विधानसभा उपचुनाव परिणामों की मतगणना जारी है। इस बीच, भारतीय शेयर बाजार की रिकॉर्ड बढ़त के साथ शुरुआत हुई है। बता दें कि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक की बढ़त के साथ ऑल टाइम हाई 42,800 अंक के करीब पहुंच गया है। वहीं, निफ्टी के आंकड़ों को देखें तो ये 12,500 अंक के स्तर पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा शुरुआती कारोबार में बैंकिंग सेक्टर के शेयर मजबूत हुए हैं। वहीं, आईटी सेक्टर के शेयर में गिरावट दर्ज की गई है।

एक दिन पहले बाजार का हाल?
वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 704 अंक उछलकर अब तक के नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ था। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत के बाद वैश्विक बाजारों में तेजी आई है, जिसका घरेलू बाजारों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 42,645.33 अंक के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि आखिरी में यह 704.37 अंक यानी 1.68 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42,597.43 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।

निफ्टी भी पहुंचा था उच्चतम स्तर पर
इसके साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 12,474.05 के उच्चतम अंक पर पहुंच गया था। हालांकि आखिरी समय में यह 197.50 अंक यानी 1.61 प्रतिशत की तेजी के साथ 12,461.05 अंक के रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों में सोमवार को आई जबर्दस्त तेजी से निवेशकों की संपत्ति 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ी है। बीएसई इंडेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,06,558.75 करोड़ रुपये बढ़कर 1,65,67,257.92 करोड़ रुपये पहुंच गया।

आखिर इतना उछाल कैसे आया?
दरअसल, एशिया के अन्य बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच भारतीय बाजारों में भी तेजी बनी हुई है। इसके अलावा अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम पर निवेशकों की प्रतिक्रिया स्वरूप बाजार में तेजी आई है। ज्यादातर प्रतिभागी यह उम्मीद कर रहे हैं कि बाइडेन सरकार भारतीय कंपनियों खासकर आईटी और घरेलू वित्तीय बाजारों के लिये अच्छी खबर लाएगी।