सार

भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया का राहुल गांधी को लिखा लेटर सामने आया है। इसमें राहुल गांधी से कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए संभव हो तो भारत जोड़ो यात्रा कैंसल करने को कहा है। 

नई दिल्ली. चीन-अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने भारत को भी चिंतित कर दिया है। इसी सिलसिले में आज(21 दिसंबर) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में रिव्यू मीटिंग हुई। इसमें दूसरे देशों में कोविड की स्थिति को देखते हुए भारत के लिए क्या करने की जरूरत है, इस पर चर्चा हुई। वहीं, जीनोम सीक्वेंसिंग करने के लिए पिछले दिनों दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। इन सबको बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा-Bharat Jodo Yatra पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पढ़िए केंद्रीय हेल्थ मिनिस्टर ने राहुल गांधी को क्या लिखा?

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा
भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया का राहुल गांधी को लिखा लेटर सामने आया है। 20 दिसंबर को लिखे गए लेटर में केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी से कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए संभव हो तो भारत जोड़ो यात्रा कैंसल करने को कहा है। केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन करने कहा है। मंडाविया ने लिखा कि राजस्थान में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो, मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग कराया जाए।सरकार की इस अपील पर कांग्रेस ने जवाब दिया है कि भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखला गई है। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि क्या गुजरात चुनाव में पीएम मोदी मास्क पहने हुए थे? 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने tweets में लिखा-राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह पूरी हो गई, पर यहां उमड़ी भारी भीड़ से भाजपा एवं मोदी सरकार इतनी घबरा गई है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 20 दिसंबर को राहुल गांधी को राजस्थान में कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने हेतु पत्र लिख रहे हैं।
यह स्पष्ट दिखाता है कि भाजपा का उद्देश्य बढ़ते जनसमर्थन से घबराकर भारत जोड़ो यात्रा को डिस्टर्ब करने का है। दो दिन पहले प्रधानमंत्री जी ने त्रिपुरा में रैली की थी, जहां किसी भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना नहीं हुई। कोविड की दूसरी लहर में पीएम ने बंगाल में बड़ी रैलियां की थीं। अगर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक ना होकर उनकी चिंता जायज है, तो उन्हें सबसे पहला पत्र प्रधानमंत्री को लिखना चाहिए था। पढ़िए पूरा लेटर...


भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार(21 दिसंबर) को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां एक विचारधारा कुछ चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाती है, वहीं दूसरी(कांग्रेस) लोगों, किसानों और मजदूरों की आवाज है। जैसा कि उनके नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा आज सुबह राजस्थान से हरियाणा में आई, गांधी ने यह भी कहा कि महंगाई और बेरोजगारी देश को प्रभावित करने वाले सबसे बड़े मुद्दे हैं। पढ़िए और क्या बोले राहुल गांधी...

1. हरियाणा के नूंह जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई कोई नई नहीं है और हजारों सालों से चली आ रही है। इस दौरान कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग सभा में बैठे रहे।

2. भाजपा नेताओं द्वारा कन्याकुमारी से कश्मीर यात्रा शुरू करने की आवश्यकता पर सवाल उठाने पर राहुल गांधी ने कहा कि वह भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहे हैं।

3. उन्होंने कहा, "जब ये लोग इस देश में नफरत फैलाने जाते हैं, तो हमारी विचारधारा के लोग प्यार और स्नेह फैलाने निकलते हैं।"

4. राहुल गांधी ने कहा-"यह कोई नई लड़ाई नहीं है, यह मत सोचो कि यह लड़ाई आज की है, 21वीं सदी की है, यह लड़ाई हजारों साल पुरानी है और दो विचारधाराओं में लड़ाई होती रही है और होती रही है।"

5. राहुल गांधी ने कहा-"एक विचारधारा जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा देती है, तो एक दूसरी विचारधारा लोगों की आवाज, लोगों का दर्द, किसानों की आवाज, मजदूरों की आवाज है।"

6. कांग्रेस नेता ने कहा, "यह लड़ाई चलती रही है, चलती रहेगी, लेकिन इस लड़ाई में कांग्रेस की भूमिका है और हम सभी की भूमिका है। इसलिए हमने यह यात्रा शुरू की है।"

7.हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्य पार्टी प्रमुख उदय भान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हरियाणा में यात्रा का स्वागत किया।

8.गांधी ने कहा कि उन्होंने इस यात्रा से बहुत कुछ सीखा है, जो शायद कोई कार, हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर में बैठकर नहीं सीखता। गांधी ने कांग्रेस-भाजपा, सपा सहित सभी दलों को लेकर कहा, "इन दिनों नेताओं की आदत है, आजकल नेताओं और जनता के बीच एक खाई है। नेताओं को लगता है कि लोगों को सुनने की कोई जरूरत नहीं है। वे घंटों लंबे-लंबे भाषण देते हैं, इस यात्रा ने इसे बदलने का प्रयास किया है।"

9. राहुल गांधी ने कहा, "हम रोजाना 6-7 घंटे चलते हैं। सभी नेता किसानों, मजदूरों, युवा माताओं, बेटियों, छोटे दुकानदारों, छोटे और मध्यम व्यवसायों सहित सभी की आवाज सुनते हैं और इसके बाद हम 15 मिनट का भाषण देते हैं।" 

10. गांधी ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके कैबिनेट मंत्री और राज्य के अन्य पार्टी नेता लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उनकी शिकायतों के निवारण के लिए महीने में एक बार कम से कम 15 किमी पैदल चलेंगे।

11. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष को सुझाव देंगे कि जहां भी पार्टी की सरकार है, वहां के मंत्रियों और विधायकों को इसी तर्ज पर महीने में एक दिन पैदल चलने की जरूरत है। गांधी ने कहा कि यह यात्रा नफरत के खिलाफ जरूर है, लेकिन दो बड़े मुद्दे हैं जो देश को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं, उनमें से सबसे बड़ी बेरोजगारी है। राहुल गांधी ने कहा-"हजारों युवा मेरे पास आए-किसी ने इंजीनियरिंग की है, कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई न्यायपालिका में काम करना चाहता है।" राहुल गांधी ने कहा-जबकि उच्च शिक्षित युवा टैक्सी चला रहे थे और मजदूरी का काम कर रहे थे।

12. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केवल पांच से सात अरबपति ही वह कर सकते हैं, जो वे महसूस करते हैं।  छोटे और मध्यम व्यवसायों को दरकिनार कर दिया गया है। पांच से सात लोग जो करना चाहते हैं, वो करते हैं, वे 'अरबपति' हैं, जिन पर करोड़ों का कर्ज है। वे जो भी व्यवसाय करना चाहते हैं, करते हैं, चाहे वह बुनियादी ढांचा हो, बंदरगाह हो, हवाई अड्डा हो, कृषि हो। जबकि छोटे और मध्यम व्यवसायों को दरकिनार कर दिया गया है।" 

13.कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने अपने भाषणों में कहा है कि नोटबंदी और जीएसटी नीतियां नहीं हैं, बल्कि छोटे और मझोले व्यापारियों को खत्म करने का हथियार हैं।

14. राहुल गांधी ने कहा-"उनका लक्ष्य देश की संपत्ति को तीन-चार लोगों को सौंपने का है। नतीजा यह है कि देश अपने युवाओं को नौकरी देने में असमर्थ है।"

15. उन्होंने कहा, 'एक और मुद्दा महंगाई है। आपको याद होगा कि जब यूपीए सरकार थी, तब रसोई गैस सिलेंडर 400 रुपये में मिलता था और आज 1200 रुपये में मिल रहा है। पेट्रोल 60 रुपये प्रति लीटर था और अब यह 107 रुपए लीटर है। मोदी जी और उनके नेता जहां भी जाते हैं, वे महंगाई का मुद्दा उठाते थे। लेकिन आज वे महंगाई के बारे में नहीं बोलते हैं।"

16.अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा-"किसी ने उन्हें देश का तपस्वी कहा है, लेकिन मैंने कुछ बड़ा नहीं किया है। करोड़ों तपस्वी सुबह से खेतों में काम करते हैं, मजदूर जो कठिन काम करते हैं।"

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