सार

देश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती स्पीड को काबू में करने, मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने और संकट को दूर करने के मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के साथ चर्चा करेंगे। बता दें कि कोरोना संक्रमण ने फिर रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले 24 घंटे में 3.86 लाख नए केस मिले हैं। इनमें से 3,501 मौतें हुईं। हालांकि संक्रमण से जूझते भारत की मदद के लिए दुनियाभर के देश मदद को आगे आए हैं।

नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती स्पीड को काबू में करने, मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने और संकट को दूर करने के मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के साथ चर्चा करेंगे। बता दें कि कोरोना संक्रमण ने फिर रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले 24 घंटे में 3.86 लाख नए केस मिले हैं। इनमें से 3,501 मौतें हुईं। हालांकि संक्रमण से जूझते भारत की मदद के लिए दुनियाभर के देश मदद को आगे आए हैं।

प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी पहले भी इस विषय पर मीटिंग कर चुके हैं

  • 29 अप्रैल- पीएम मोदी ने कोरोना प्रबंधन के लिए सेना की तैयारियों का जायजा लिया। 
  • 28 अप्रैल- पीएम मोदी ने कोरोना प्रबंधन के लिए वायुसेना की तैयारियों का जायजा लिया। 
  • 27 अप्रैल - पीएम मोदी ने कोरोना हालातों की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। 
  • 26 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने कोविड के प्रबंधन में सहायता के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की 
  • 23 अप्रैल- प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश भर के ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ बातचीत की
  • 23 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। 
  • 22 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने ऑक्‍सीजन की आपूर्ति और उपलब्‍धता पर उच्‍चस्‍तरीय बैठक की। 
  • 20 अप्रैल- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर के वैक्सीन निर्माताओं से बातचीत की
  • 19 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने दवा उद्योग के प्रमुखों के साथ चर्चा की
  • 19 अप्रैल- पीएम ने कोरोना से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों के बारे में देश के जाने-माने डॉक्टरों के साथ बैठक की
  • 18 अप्रैल- पीएम ने वाराणसी में कोविड-19 पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बातचीत की।
  • 17 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की
  • 16 अप्रैल- प्रधानमंत्री ने ऑक्‍सीजन की पर्याप्‍त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उसकी उपलब्‍धता की समीक्षा की