सार

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी( Mamta Banerjee) 24 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात करेंगी। वे त्रिपुरा हिंसा और BSF के अधिकार क्षेत्र को लेकर अपनी बात रखेंगी। यह मुलाकात शाम को होगी।

नई दिल्ली. निकाय चुनाव से पहले त्रिपुरा(Tripura) में TMC कार्यकर्ताओं को पुलिस थाने में BJP कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर पीटने और BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के मुद्दे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Tripura civic polls) 24 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी। त्रिपुरा हिंसा पर ममता बनर्जी ने कहा कि यहां राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग या अनुच्छेद 355 कहां है? केंद्र सरकार ने त्रिपुरा को कितने नोटिस भेजे हैं? ममता बनर्जी विपक्ष को एकजुट करने में लगी हैं, ताकि भाजपा की घेराबंदी की जा सके।

सुप्रीम कोर्ट ने निकाय चुनाव स्थगित करने से किया था मना
निकाय चुनाव (Tripura civic polls) से पहले हुई हिंसा को लेकर 23 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव स्थगित करने से मना कर दिया था। SC ने कहा था कि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसलिए यह एक अंतिम विकल्प होगा। कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि वो सुनिश्चित करे कि नगरपालिका चुनाव के बाकी के चरण शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से हों। इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती करे। बता दें यहां चुनाव प्रचार 23 नवंबर को समाप्त हो गया। वोटिंग 28 नवंबर को होगी। काउंटिंग 4 दिसंबर को कराई जाएगी।

22 नवंबर को TMC सांसदों ने दिया था धरना
22 नवंबर को TMC सांसदों ने गृहमंत्रालय के सामने धरना दिया था। वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। हालांकि बाद में उनसे मुलाकात हुई। शाह ने इस मामले में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव से राजनीतिक हिंसा की घटनाओं की जानकारी मांगी है।

यह है पूरा मामला
रविवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि त्रिपुरा के अगरतला के एक पुलिस स्टेशन में सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने TMC के कार्यकर्ताओं को पीटा। टीएमसी के मुताबिक, त्रिपुरा पुलिस उस होटल में पहुंची, जहां पार्टी नेता (TMC Youth wing President) सायोनी घोष (Saayoni Ghosh) ठहरी थीं और उन्हें पूछताछ के लिए थाने बुलाया। उन्होंने कथित तौर पर यह नहीं बताया कि पूछताछ किस मामले के बारे में थी। इसके बाद सायोनी घोष और कुणाल घोष समेत टीएमसी के कुछ अन्य नेता अगरतला थाने पहुंचे। टीएमसी ने आरोप लगाया है कि कुछ मिनट बाद जब सायोनी घोष पूछताछ के लिए गई, तो करीब 25 भाजपा कार्यकर्ता हेलमेट और लाठियां लिए हुए पहुंचे और थाने के अंदर टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला करने लगे। उन्होंने बताया कि घटना में तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि त्रिपुरा में 'जंगल राज' है। उन्होंने कहा, "हमें पुलिस के सामने पीटा गया लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। इसके विपरीत, हम पर ही मामला दर्ज किया जा रहा है और परेशान किया जा रहा है।" इस मामले में सायोनी घोष को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि उन्हें जमानत मिल गई थी।

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