सार

उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'मैं इन सभी मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट कर चुका हूं। किसी को भी सीएए से डरने की जरूरत नहीं है। मैंने कहा था कि सीएए किसी को देश से बाहर निकालने का कानून नहीं है।'

नई दिल्ली. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि सीएए से डरने की जरूरत नहीं है और एनपीआर से किसी को भी देश से बाहर नहीं निकाला जाएगा।

देश में बस डर का माहौल बनाया जा रहा है -ठाकरे

शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा कि देश में डर का माहौल बनाया जा रहा है कि राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) मुसलमानों के लिये खतरनाक है। ठाकरे ने प्रधानमंत्री के साथ लगभग एक घंटे तक चली मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और एनआरसी पर चर्चा की।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'मैं इन सभी मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट कर चुका हूं। किसी को भी सीएए से डरने की जरूरत नहीं है। मैंने कहा था कि सीएए किसी को देश से बाहर निकालने का कानून नहीं है।'

मुलाकात के दौरान बेटे आदित्य भी साथ थे

मुलाकात के दौरान ठाकरे के साथ उनके पुत्र और महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में मंत्री आदित्य ठाकरे भी थे। महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार का मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकरे की मोदी से यह पहली बैठक थी।

मोदी से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी से भी मिले ठाकरे

इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। इससे पहले ठाकरे ने कहा 'महाराष्ट्र के मुद्दों पर प्रधानमंत्री के साथ चर्चा अच्छी रही। मैंने प्रधानमंत्री के साथ सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर भी चर्चा की। सीएए से किसी को डरने की जरूरत नहीं। एनपीआर से किसी को भी देश से बाहर नहीं निकाला जाएगा।'

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)