सार

महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से पहले मंगलवार को एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ। अजित पवार के बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने सरकार गठन का निर्णय कर लिया है। जिसमें तीनों दलों की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे का नाम सामने आया है। सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तीनों दलों ने उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना है। उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री. जयंत पाटिल और बाला साहेब थोराट 28 नवंबर को डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।

मुंबई. महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से पहले मंगलवार को एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ। अजित पवार के बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने सरकार गठन का निर्णय कर लिया है। जिसमें तीनों दलों की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे का नाम सामने आया है। सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तीनों दलों ने उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना है। उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री. जयंत पाटिल और बाला साहेब थोराट 28 नवंबर को डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।

कोलंबकर बने प्रोटेम स्पीकर

महाराष्ट्र में बदले सियासी हालात के बाद बीजेपी के कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर चुना गया है। बताया जा रहा कि देर शाम तक राजभवन पहुंच कर शपथ ग्रहण करेंगे। 

सीएम फडणवीस ने दिया इस्तीफा

23 नवंबर को सीएम पद की शपथ लेने वाले देंवेंद्र फडणवीस ने बहुमत न होने के कारण मंगलवार दोपहर 3.30 बजे इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ तीन दल एक साथ आए'उन्होंने कहा, ''हमसे चर्चा किए बिना वे एनसीपी और कांग्रेस से बात कर रहे थे। मातेश्वरी से बाहर बैठकें हो रही थीं। जब हमें राज्यपाल ने बुलाया तो हमारे पास नंबर नहीं थे, हमने उन्हें बताया कि हम सरकार नहीं बनाएंगे। 

'हमारे पास नंबर नहीं थे'

फडणवीस ने कहा, शिवसेना के अलग होने के बाद से हमपर नंबर नहीं थे। लेकिन एनसीपी के अजित पवार ने हमें समर्थन देने की पेशकश की। इसलिए हमने सरकार बनाई। लेकिन जब अजित पवार ने आज ये बताया कि वे इस गठबंधन को आगे नहीं ले जा सकते तो हमने भी इस्तीफा देने का फैसला किया। हमारे पास नंबर नहीं हैं। हम जोड़ तोड़ की राजनीति में विश्वास नहीं करते।नाराज होने के बाद से एनसीपी लगातार अजित पवार को मनाने की कोशिश में जुटी थी। तीन दिन के राजनीतिक संकट के बीच भी एनसीपी नेता लगातार अजित पवार को मनाने की कोशिश में जुटे थे। यहां तक की शरद पवार ने भी मंगलवार को अजित पवार से मुलाकात की। सुप्रिया सुले ने भी अजित पवार से फोन पर बात की। उनके पति भी अजित पवार से मिलने पहुंचे थे।

27 नवंबर को होना था फ्लोर टेस्ट

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अहम फैसला सुनाया था। बेंच ने 27 नवंबर को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। बेंच ने कहा था कि गवर्नर प्रोटेम स्पीकर चुनेंगे। इसके बाद विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद फ्लोर टेस्ट होगा। इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। लेकिन इससे पहले ही फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया।