सार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 (DAP-2020) के प्रावधानों के अनावरण को लेकर बैठक बुलाई। इस बैठक में सीडीएस बिपिन रावत समेत भारतीय सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे , भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया , नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह मौजूद रहे। बैठक में राजनाथ सिंह ने DAP-2020 के प्रावधानों का अनावरण किया जिसके तहत नई रक्षा खरीद प्रक्रिया 2020 के तहत आने वाले 5 सालों में तीनों सेनाएं 2290 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेंगी। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के मुताबिक, डीएसी स्वदेशीकरण को लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही सशस्त्र बलों की भविष्य की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नई तकनीकी सुविधाएं उपल्बध कराएगा।
 

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 (DAP-2020) के प्रावधानों के अनावरण को लेकर बैठक बुलाई। इस बैठक में सीडीएस बिपिन रावत समेत भारतीय सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे , भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया , नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह मौजूद रहे। बैठक में राजनाथ सिंह ने DAP-2020 के प्रावधानों का अनावरण किया जिसके तहत नई रक्षा खरीद प्रक्रिया 2020 के तहत आने वाले 5 सालों में तीनों सेनाएं 2290 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेंगी।

सोमवार को हुई बैठक में Defence Acquisition Council (DAC) की ओर से भारतीय सेना के लिए 72 हजार अतिरिक्‍त अमेरिकी सिंगसॉर असॉल्ट राइफल खरीदने को मंजूरी मिल गई है। इसकी खरीद पर करीब 780 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सेना और वायुसेना के लिए 540 करोड़ की लागत से हाई-फ्रीक्‍वेंसी रेडियो सेट की खरीद को भी हरी झंडी मिल गई है। बैठक के दौरान 970 करोड़ की लागत से एंटी-एयरफील्‍ड हथियार और सेना और वायुसेना के लिए 540 करोड़ की लागत से हाई-फ्रीक्‍वेंसी रेडियो सेट की खरीद की जाएगी। मालूम हो कि रक्षा मंत्री ने जिस नई खरीद नीति को मंजूरी दी है, उसमें इंटर गवर्नमेंटल एंग्रीमेंट और गवर्नमेंट-टू-गवर्नमेंट एग्रीमेंट के साथ ही सिंगल वेंडर होने पर ऑफसेट लागू नहीं होगा। वहीं चीफ डिफेंस ऑफ स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि डीएसी स्वदेशीकरण को लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही सशस्त्र बलों की भविष्य की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नई तकनीकी सुविधाएं उपल्बध कराएगा।

रक्षा मंत्री ने देहरादून के अंडरपास का किया अनावरण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को IMA देहरादून में बनने वाले दो अंडरपास का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अनावरण किया। 1978 से लंबित परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग- 72 से अकादमी के तीन परिसरों को जोड़ेगी, जिसे चकराता रोड के रूप में पहचाना जाता है। इसके बनने से परेड के दौरान लोगों को आवाजाही की जो पहले दिक्कतें होती थी, उनका समाधान हो जाएगा। करीब 45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस अंडरपास को बनने में करीब दो साल का वक्त लगेगा।