सार
भारतीय लोकतंत्र पूरी तरह से हाईटेक होने जा रहा है। भारत की संसद के लिए नई सुविधाओं से लैस भवन और भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के कामकाज के लिए एक कुशल और टिकाऊ केंद्रीय सचिवालय यानी सेंट्रल विस्टा परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। यह भवन पूरी तरह से डिजिटल होगा। यह सांसदों, संसद, नागरिकों और सरकार का और सशक्त करेगा। ऐसा कहना है कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर(Minister of State for Skill Development and Entrepreneurship Rajiv Chandrashekhar) का।
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और केंद्रीय सचिवालयों के लिए तैयार हो रही सेंट्रल विस्टा परियोजना देश के लोकतंत्र में एक नई इबारत लिखने जा रही है। यानी भारतीय लोकतंत्र पूरी तरह से हाईटेक होने जा रहा है। भारत की संसद के लिए नई सुविधाओं से लैस भवन और भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के कामकाज के लिए एक कुशल और टिकाऊ केंद्रीय सचिवालय यानी सेंट्रल विस्टा परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। यह भवन पूरी तरह से डिजिटल होगा। यह सांसदों, संसद, नागरिकों और सरकार का और सशक्त करेगा। ऐसा कहना है कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर(Minister of State for Skill Development and Entrepreneurship Rajiv Chandrashekhar) का। बता दें कि डिजिटल संसद और बेहतर बनाने के मकसद से 30 मार्च को संसद के दोनों सदनों के सांसदों के एक समूह के लिए एक प्रेजेंटेशन रखा गया था।
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यूं बदलता जाएगा भारत
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मंच को दूरदर्शी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरकार के डिजिटलीकरण के दृष्टिकोण के अनुरूप और नागरिकों के साथ संपर्क को बढ़ाने के लिए डिजिटल नागरिक को बढ़ावा देने वाला बताया। यह एक वन स्टॉप, निर्बाध, कागज रहित और एक परिष्कृत मंच है, जो समय के साथ विकसित, आधुनिकीकरण और नवाचार करना जारी रखेगा। पहले संस्करण को 140 दिनों में और उसके बाद संस्करण 2 को 12 महीनों में और उसके बाद संस्करण 3 को जारी किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) भारतीय संसद के कामकाज के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करते हुए 3 साल के भीतर ऐप के 3 संस्करण विकसित करेगा।
टेक्नोलॉजी में भारत की उपलब्धियां
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत नागरिकों के जीवन को बदलने और शासन में दक्षता लाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग में प्रमुख राष्ट्र बन गया है। भारत डिजिटल भुगतान, डिजिटल पहचान, प्रौद्योगिकी संचालित कोविड टीकाकरण अभियान चलाने, वित्त प्रौद्योगिकी अपनाने और इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करने में दुनिया में अग्रणी है। राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘जल्द ही भारत अपने डिजिटल लोकतंत्र के लिए जाना जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में एआई, एनालिटिक्स, ब्लॉक चेन आदि जैसे उभरते उपकरणों के अत्यधिक उपयोग के साथ प्रौद्योगिकी हमारे लोकतंत्र में महत्त्वपूर्ण सुधार करेगी। इस मौके पर शशि थरूर, जयंत सिन्हा, विनय सहस्रबुद्धे, अमर पटनायक, बिनॉय विश्वम, प्रियंका चतुर्वेदी, वंदना चव्हाण ने मौजूद थीं।