उज्जैन से ही पत्रकारों का काफिला विकास दुबे के साथ आ रहा था। कानपुर से पहले करीब सुबह 6.30 बजे सचेंडी में पुलिसकर्मियों द्वारा यह काफिला रोक दिया जाता है। इसके थोड़ी देर बाद यह पूरी घटना होती है। 

कानपुर. गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर से 17 किमी पहले मुठभेड़ में ढेर हो गया। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक, विकास एसटीएफ की जिस कार में सवार था, उसका एक्सीडेंट हो गया, इसके बाद उसने एसटीएफ जवान की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इतना ही नहीं उसने एसटीएफ जवानों पर फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया। लेकिन इस मुठभेड़ के तुरंत बाद उप्र पर कई गंभीर सवाल भी उठने लगे हैं। 

पहला सवाल: एनकाउंटर से पहले रोका गया था पत्रकारों का काफिला
बताया जा रहा है कि उज्जैन से ही पत्रकारों का काफिला विकास दुबे के साथ आ रहा था। कानपुर से पहले करीब सुबह 6.30 बजे सचेंडी में पुलिसकर्मियों द्वारा यह काफिला रोक दिया जाता है। इसके थोड़ी देर बाद यह पूरी घटना होती है। 

Scroll to load tweet…


दूसरा सवाल: क्या दूसरी कार में सवार था विकास दुबे? 
मुठभेड़ से थोड़ी देर पहले एक टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज में विकास दुबे टाटा सफारी कार में बैठा नजर आ रहा है। लेकिन एसटीएफ की जिस कार का एक्सीडेंट हुआ, वह महिंद्रा की टीयूवी थी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या एक्सीडेंट से पहले विकास दुबे की कार बदली गई। (एशियानेट न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता)


तीसरा सवाल: विकास को नहीं लगी थी हथकड़ी
विकास को उज्जैन से कार से कानपुर लाया जा रहा था। विकास पर 2 जुलाई को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था। लेकिन इन सबके बावजूद उसे हथकड़ी नहीं पहनाई गई थी। 

चौथा सवाल: निहत्थे गार्ड ने कल गिरफ्तार किया, आज पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागा
विकास दुबे को गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर में निहत्थे गार्ड ने पकड़ा था। लेकिन पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को वही विकास दुबे एसटीएफ जवानों की पिस्टल छीनकर भागने की फिराक में था। पुलिस की इस थ्योरी पर भी सवाल उठ रहे हैं।

गिरफ्तारी के वक्त भी उठे थे ये गंभीर सवाल 
सवाल नंबर 2- यह भी बहुत अहम सवाल है कि क्या विकास दूबे ने अपनी गिरफ्तारी जानबूझकर करवाई थी? क्या यह गिरफ्तारी उसके प्लान का हिस्सा थी ?



सोशल मीडिया पर फेक बता रहे एनकाउंटर
विकास के एनकाउंटर के बाद ट्विटर पर #fakeencounter हैशटैग भी चल रहा है। इसमें लोग उत्तर प्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई पर भी सवाल उठा रहे हैं।