सार
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के 2 मई को आए रिजल्ट के साथ शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले की जमीनी हकीकत की जांच करने दिल्ली से पहुंची टीम की मौजूदगी के बीच मिदनापुर में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन की कार पर भीड़ ने हमला बोल दिया। धारदार हथियार, पत्थर और लाठियां लेकर टूट पड़े उपद्रवी। जैसे-तैसे बची जान।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. यहां विधानसभा चुनाव के 2 मई को आए रिजल्ट के साथ शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले की जमीनी हकीकत की जांच करने दिल्ली से पहुंची टीम की मौजूदगी के बीच मिदनापुर में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन की कार पर भीड़ ने हमला बोल दिया। हिंसा के बाद जमीनी हालात का आकलन करने के लिए अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त 4 सदस्यीय टीम कोलकाता पहुंची है। जब यह टीम अपनी जांच कर रही थी, तभी पश्चिमी मिदनापुर में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन की कार पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। हमलावर टीएमसी के बैनर और झंडे हाथों में लिए थे।
मुरलीधरन ने ट्वीट किया हमले का वीडियो
विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने उन पर हुए हमले का वीडियो ट्वीट किया है। इसे उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी टैग किया है। जानकारी के अनुसार, विदेश राज्यमंत्री पर केजीटी ग्रामीण विधानसभा के पंचखुड़ी में भारी भीड़ उन पर टूट पड़ी। हमले में उनकी कार के शीशे टूट गए। विदेश राज्यमंत्री ने ट्वीट करके लिखा कि पश्चिमी मिदनापुर के दौरे पर उनकी गाड़ी पर टीएमसी के गुंडों ने हमला किया, कार के शीशे तोड़ दिए गए। उनके पर्सनल स्टाफ पर भी हमला किया। इसलिए उन्हें अपना दौरा बीच में ही छोड़कर लौटना पड़ा।
ममता ने कहा- भाजपा के नेता कोरोना फैला रहे
ममता बनर्जी ने कहा, कोरोना का कहर जारी है, फिर भी यहां एक टीम आई थी, चाय पीकर चली गई। अगर अब मंत्री आते हैं, तो उनके पास आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए। चाहें वे स्पेशल फ्लाइट्स से क्यों ना आएं। सभी के लिए नियम बराबर हैं। भाजपा के नेता यहां बार बार आ रहे, इसलिए कोरोना बढ़ रहा है।
केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने की निंदा
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा-पश्चिम बंगाल में आज जिस तरह केंद्रीय मंत्री पर हमला हुआ है, वहां की सरकार ने लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है। ये सरकार प्रायोजित हिंसा है। हम इसकी निंदा करते हैं। मंत्री सुरक्षित नहीं है तो फिर सामान्य जनता का क्या होगा। जिन पुलिस अधिकारियों और जिनकी उपस्थिति में यह हमला हुआ है उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। ममता प्रचार में भी कहती थीं कि चुनाव के 3 दिन बाद सुरक्षाबल चले जाएंगे फिर आप हमारे ही हाथ में हो। ये एक साजिश के तहत बंगाल के बीजेपी समर्थकों को पीटने का कार्यक्रम बना है।
टीएमसी का अलग राग
बता दें कि गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर रिपोर्ट भेजने को कहा है। इस बीच टीएमसी नेता मदन मित्रा ने एक अलग आरोप लगाया। उन्होंने कहा-बंगाल में हिंसा है इससे हम इनकार करते हैं। एक दो छोटे मोटे झगड़े हो सकते हैं। BJP जीतती तो अभी तक बंगाल में दंगा हो जाता। गृह मंत्रालय की टीम जाकर अगर ऐसा करे जिससे हिंसा बढ़े तो यह ठीक नहीं है। जो 200 पार बोला था न उसे शर्म आनी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।