सार
Waqf Bill: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) की पार्टी BJD (Biju Janata Dal) ने वक्फ बिल पर मतदान का फैसला सांसदों पर छोड़ दिया है। आज राज्यसभा में वक्फ बिल पर मतदान होना है। बुधवार रात यह लोकसभा में पास हुआ।
BJD ने पहला कहा था कि वह वक्फ बिल का विरोध करेगी। इसके खिलाफ मतदान करेगी। पार्टी ने अब अपना स्टैंड बदला है। गुरुवार को कहा कि विधेयक पर मतदान "सांसदों की इच्छा" पर छोड़ा गया है।
BJD ने नहीं जारी किया व्हिप
राज्यसभा सांसद और BJD के प्रवक्ता डॉ. सस्मित पात्रा ने कहा, "हम वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के संबंध में अल्पसंख्यक समुदायों के विभिन्न वर्गों द्वारा व्यक्त की गई भावनाओं का सम्मान करते हैं। हमारी पार्टी ने राज्य सभा में अपने सदस्यों को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि यदि विधेयक मतदान के लिए आता है तो वे न्याय, सद्भाव और सभी समुदायों के अधिकारों के सर्वोत्तम हित में अपने विवेक का प्रयोग करेंगे। कोई पार्टी व्हिप जारी नहीं की गई है।"
इससे पहले पात्रा ने बुधवार को कहा था कि राज्यसभा सदस्य मुजीबुल्ला खान मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे और विधेयक के संबंध में पार्टी की चिंताओं को सदन में रखेंगे। पात्रा ने कहा कि पार्टी विधेयक से संतुष्ट नहीं है। केंद्र ने संयुक्त संसदीय समिति की समीक्षा के बाद कुछ बिंदुओं में संशोधन किया है।
12 घंटे की चर्चा के बाद लोकसभा से पास हुआ वक्फ बिल
बता दें कि बुधवार को करीब 12 घंटे की चर्चा के बाद वक्फ बिल लोकसभा से पास हुआ था। बिल के पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट डाले गए थे। गुरुवार को इसे राज्यसभा में पेश किया गया। वक्फ बिल पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर टकराव हुआ है। विपक्ष ने इसे असंवैधानिक बताया है। दूसरी ओर सत्ता पक्ष का आरोप है कि विपक्ष गलत बातें फैला रहा है। टीएमसी सांसद मोहम्मद नदीमुल इस्लाम ने विधेयक को “सांस्कृतिक बर्बरता” कहा और वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की।