सार
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) ने उत्तर भारत में 2 मई तक टेम्परेचर 43 से 44 डिग्री रहने का पूर्वानुमान जताया है। कई राज्यों में तेज आंधी चलने की आशंका है। हवा की गति 50 किमी प्रति घंट रह सकती है। जबकि कई राज्यों में 2 मई तक आंशिक बादल छाए रह सकते हैं।
मौसम डेस्क. मई में देश के कई राज्यों में प्रचंड गर्मी पड़ने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) ने उत्तर भारत में 2 मई तक टेम्परेचर 43 से 44 डिग्री रहने का पूर्वानुमान जताया है। कई राज्यों में तेज आंधी चलने की आशंका है। हवा की गति 50 किमी प्रति घंट रह सकती है। जबकि कई राज्यों में 2 मई तक आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट है।
देश के इन राज्यों में लू का असर
गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार, पश्चिम राजस्थान, ओडिशा, विदर्भ और सौराष्ट्र कच्छ के कुछ हिस्सों में लू (heat wave) की स्थिति बनी हुई है।
विदर्भ, राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के एक या दो हिस्सों में हीट वेव का असर रहेगा।
इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल के कुछ हिस्सों, जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ एक दो स्थानों पर मध्यम बारिश की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, मणिपुर, मिजोरम, कर्नाटक और दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।
इधर, हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रा, सेवन सिस्टर पीक, घेपन पीक आदि में हल्की बर्फबारी होने से मौसम ठंडा हो गया।
ये हैं वो 4 वजहें, जिनसे भारत में मौसम में बदलाव आ रहा
पहला कारण-स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, उत्तरी जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान के आसपास के हिस्सों पर पश्चिमी विक्षोभ(( western disturbance)) बना हुआ है।
दूसरा कारण-भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, बिहार और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
तीसरा कारण-विदर्भ से दक्षिण तमिलनाडु तक तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक होते हुए एक रूपरेखा गुजर रही है।
चौथा कारण- एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ 2 मई तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने के आसार हैं।
बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागर, कैस्पियन और लाल सागर के ऊपर हवा का बनने वाला कब दबाव का क्षेत्र होता है। इस दबाव के कारण हवा सागर से नमी लेकर चलती है। हवा जिस दिशा में बहती है, डिस्टर्बेंस का रुख उसी तरफ होता है।
बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जबकि नागालैंड, मणिपुर और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण छत्तीसगढ़ के 1-2 हिस्सों में हल्की बारिश होती रही।
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