सार

पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। राज्यपाल के चुनावी हिंसाग्रस्त दौरे से दीदी खफा हैं। उन्होंने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी में कहा कि यह प्रोटोकॉल के खिलाफ है। सरकार ने राज्यपाल को अपना हेलिकॉप्टर भी उपलब्ध नहीं कराया है। ऐसे में राज्यपाल अब BSF के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करेंगे।

कोलकाता.पश्चिम बंगाल में 2 मई को आए विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच 'तलवारें' खिंची हुई हैं। राज्यपाल कई बार संबंध में ममता को नसीहत दे चुके हैं। अब राज्यपाल 13 मई को हिंसाग्रस्त सीतलकुची और कूचबिहार के दौरे के बाद 14 मई को असम के रनगगली और श्रीरामपुर कैंप जाएंगे। यहां बंगाल की हिंसा से बचने भागे लोग रह रहे हैं। राज्यपाल ने खुद इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि वे BSF के हेलिकॉप्टर से हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे। राज्यपाल के इस दौरे से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हैं। बंगाल के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों के दौरे पर मीडिया से चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कड़े संकेत दिए- चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव हुआ। हिंसा केवल बंगाल में ही क्यों हुई? सरकारी तंत्र ने मुझे जानकारी नहीं दी। मैंने निर्णय किया कि मैं हर संभव कदम उठाऊंगा, जिससे लोगों का हौसला बढ़े।

राज्यपाल के बयान पर ममता का तंज
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा ग्रस्त दौरे के लिए सरकार से हेलिकॉप्टर की मदद मांगी थी, लेकिन नहीं मिली। इसके बाद राज्यपाल ने कहा-मैं हिंसाग्रस्त इलाकों के दौरे पर जाऊंगा। हमने राज्य सरकार से इसके लिए प्रबंध करने को कहा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं। वे सरकार को दरकिनार करके सीधे अधिकारियों से बात कर रहे हैं। उनसे रिपोर्ट तलब कर रहे हैं। वे आग्रह करती हैं कि राज्यपाल ऐसा बर्ताव न करें।

ममता बनर्जी ने राज्यपाल को खत लिखा
राज्यपाल के दौरे पर सवाल उठाते हुए ममता बनर्जी ने उन्हें एक खत लिखा। इसमें कहा गया कि राज्यपाल का किसी भी जिले का दौरा सरकार के आदेश के बाद निश्चित होता है। इसके लिए राज्य सरकार पहले अधिकारियों से चर्चा करती है, लेकिन राज्यपाल प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं। बता दें कि चुनाव के बाद बंगाल में हुई हिंसा में 16 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि बड़ी संख्या में लोग पलायन करके असम के कैंपों में रह रहे हैं। राज्यपाल ने सोमवार को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों के दौरे पर जाने की बात कही थी।

पुराना विवाद है दोनों के बीच
जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच विवाद काफी पुराना है। जब धनखड़ ने राज्यपाल का पद संभाला था, तब से दोनों के बीच विवाद होता रहा है। पिछले दिनों अमित शाह से मुलाकात के दौरान धनखड़ ने कहा था कि बंगाल में अलकायदा पैर पसार रहा है। लोकतंत्र खत्म हो रहा है। इससे पहले बैरकपुर में भाजपा सांसद मनीष शुक्ला के मर्डर मामले में भी राज्यपाल ने ममता बनर्जी को राजभवन बुलाकर नसीहत दी थी। एक अन्य मामले में हावड़ा में भाजपा के प्रदर्शन के दौरान एक सिख की पुलिस द्वारा पिटाई पर भी राज्यपाल नाराज हुए थे। मारपीट में सिख की पगड़ी खुल गई थी। राज्यपाल ने राज्य में 200 से ज्यादा रेप और 600 से अधिक किडनैपिंग का मुद्दा भी उछालकर ममता को घेरा था।

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