सार

भले ही आपकी कंपनी खरबों की होगी, लेकिन लेकिन लोगों के लिए निजता का मूल्य पैसों से ज्यादा है...सीजेआई एसए बोबडे ने प्राइवेसी के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। सुप्रीम कोर्ट ने Whatsapp की प्राइवेसी पॉलिसी को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर वॉट्सऐप, फेसबुक और केंद्र से जवाब मांगा है।

नई दिल्ली. भले ही आपकी कंपनी खरबों की होगी, लेकिन लेकिन लोगों के लिए निजता का मूल्य पैसों से ज्यादा है...सीजेआई एसए बोबडे ने प्राइवेसी के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। सुप्रीम कोर्ट ने Whatsapp की प्राइवेसी पॉलिसी को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर वॉट्सऐप, फेसबुक और केंद्र से जवाब मांगा है।

"लोगों में गोपनीयता को लेकर गंभीर चिंताएं हैं"

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मैसेजिंग ऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर केंद्र और WhatsApp को नोटिस जारी किया। WhatsApp को भारत में अपनी नई गोपनीयता नीति को लागू करने से रोकने की मांग पर कार्रवाई करते हुए कोर्ट ने माना कि लोगों में गोपनीयता के बारे में गंभीर चिंताएं हैं और नागरिकों की गोपनीयता पैसे से ज्यादा महत्वपूर्ण है। कोर्ट ने कहा कि लोगों को आशंका है कि वे अपनी गोपनीयता खो देंगे और उनकी सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने 2017 की लंबित याचिका में कर्मन्या सिंह सरीन द्वारा दायर एक अंतरिम आवेदन पर सरकार और फेसबुक के स्वामित्व वाले ऐप Whatsapp को नोटिस जारी किया। कोर्ट ने कहा कि लोग कंपनी की कीमत भले ही खरबों में हो, लेकिन लोग कीमत से अधिक अपनी गोपनीयता को महत्व देते हैं।  

WhatsApp ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि यूरोपीय देशों को छोड़कर सभी देशों में एक ही गोपनीयता नीति लागू है। अगर भारत में भी वैसे ही कानून हों तो हम उनका भी पालन करेंगे।