पहले भारतीय सिविल एस्ट्रोनॉट गोपीचंद: DL नहीं था लेकिन जहाज उड़ाने में थे माहिर
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ब्लू ओरिजिन, दुनिया के मशहूर उद्योगपति जेफ बेजोस की कंपनी है। वह अपने पांच अन्य लोगों के साथ न्यू शेपर्ड-25 अंतरिक्ष मिशन में गए थे। इस मिशन में भारतीय मूल के गोपीचंद थोटकुरा भी थे।
न्यू शेपर्ड मिशन की यह 7वीं उड़ान थी। मिशन की घोषणा 4 अप्रैल को की गई थी। इसमें थोटकुरा दुनिया भर के अंतरिक्ष यात्रियों के दल में शामिल हुए थे। यह यात्रा लगभग दस मिनट तक चली जिसमें उन्होंने अधिकतम 105 किमी की ऊंचाई तक यात्रा की।
ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड-25 मिशन पर गए 30 वर्षीय गोपीचंद थोटकुरा, यूएसए के एक सफल उद्यमी और कुशल पायलट हैं। थोटकुरा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले हैं। वह वर्तमान में अटलांटा, जॉर्जिया में रहते हैं। थोटाकुरा के पास संयुक्त अरब अमीरात में कोवेंट्री विश्वविद्यालय से एविएशन मैनेजमेंट और ऑपरेशंस में डिग्री है। एविएशन स्टडीज के लिए टॉप संस्थानों में से एक एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से एरोनॉटिकल साइंस में बैचलर डिग्री है।
गोपीचंद थोटकुरा कम उम्र में ही एविएशन स्किल सीख गए थे जब उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं था। वह कमर्शियल जेट से लेकर बुश प्लेन, एरोबैटिक प्लेन, सीप्लेन, ग्लाइडर और हॉट एयर बैलून जैसे प्लेन उड़ा चुके हैं। थोटाकुरा ने अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के रूप में भी काम किया है।
थोटकुरा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले हैं। वह वर्तमान में अटलांटा, जॉर्जिया में रहते हैं। थोटाकुरा के पास संयुक्त अरब अमीरात में कोवेंट्री विश्वविद्यालय से एविएशन मैनेजमेंट और ऑपरेशंस में डिग्री है। एविएशन स्टडीज के लिए टॉप संस्थानों में से एक एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से एरोनॉटिकल साइंस में बैचलर डिग्री है। गोपीचंद थोटाकुरा ने अटलांटा के हार्ट्सफील्ड-जैक्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित एक वैश्विक वेलनेस और हेल्थ सेंटर, प्रिजर्व लाइफ कॉर्प की सह-स्थापना भी की।
1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा के मिशन के बाद, थोटाकुरा अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय नागरिक हैं।
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