सार
पुलिस के मुताबिक, रविवार की सुबह साहूकारों और पड़ोसियों ने कई बार घंटी बजाई और किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। मुख्य दरवाजा खोलने से पहले पुलिस और पड़ोसियों ने मिलकर कई बार प्रयास किया।
चेन्नई। चेन्नई में एक साल के बच्चे समेत परिवार के चार सदस्यों के शव यहां अपकमिंग पेरुंगुडी इलाके में पॉश अपार्टमेंट के अंदर मिले। पुलिस का कहना है कि कर्ज के चलते शख्स ने पत्नी और दो बेटों की हत्या की, इसके बाद खुदकुशी कर ली। दो बच्चों में एक और 10 साल के हैं। घटना रविवार की है।
थोरईपक्कम पुलिस स्टेशन ने पुलिस ने बताया कि 36 वर्षीय शख्स ने अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर दी और खुद आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक जांच के अनुसार, घटना का कारण इस शख्स ने कर्ज लिया था, जो बढ़ता जा रहा था। जांच अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा- ‘कम से कम चार साहूकार आज उस अपार्टमेंट में आए, जिस पर उनका 80 लाख बकाया था।’ ऐसा लगता है कि उसने 2 जनवरी को सभी के पैसे वापस करने का वादा किया था। मामले में सीआरपीसी की धारा 174 (आत्महत्या पर पूछताछ और रिपोर्ट करने के लिए) के तहत केस दर्ज किया है।
साहूकार घर पहुंचे, दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस बुलाई
पुलिस के मुताबिक, रविवार की सुबह साहूकारों और पड़ोसियों ने कई बार घंटी बजाई और किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। मुख्य दरवाजा खोलने से पहले पुलिस और पड़ोसियों ने मिलकर कई बार प्रयास किया। उन्होंने युवक को पंखे से लटका पाया। उसकी 35 साल की पत्नी के सिर पर गहरी चोट लगी थी और मृत अवस्था में पड़ी थी। पुलिस ने कहा इस शख्स ने क्रिकेट के बल्ले से पत्नी के सिर में हमला किया। जबकि उसने अपने बच्चों को कैसे मार डाला, इसके बारे में पता कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
विदेश में काम छूटा तो इंडिया आया, यहां भी जॉब छूटी
पुलिस को आशंका है कि हत्या शनिवार शाम के बाद की गई है। दरवाजा अंदर से बंद था, इसलिए किसी अन्य गड़बड़ी की आशंका नहीं है। ये शख्स और उसका परिवार तीन बेडरूम के घर में 35 हजार रुपए का किराया देकर रहता था। इंडिया लौटने से पहले ये बार्कलेज बैंक में विदेश में काम करता था। यहां कोयंबटूर जिले का रहने वाला था और एक साल से चेन्नई स्थित अपार्टमेंट में रह रहा था। यहां शहर के एक कॉल सेंटर में काम करता था, लेकिन हाल ही में उसकी नौकरी चली गई।