सार
इस पहल के बाद से कोई भी प्लाज्मा डोनर या रिसीवर दिल्ली पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर कर सकता है। दिल्ली पुलिस उन लोगों का डाटा सेव कर रही है जो प्लाज्मा डोनर हैं और दूसरे वह जिन्हें इसकी जरूरत है। इसके लिए पुलिस ने एक गूगल पर फॉर्म तैयार किया है।
दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में खाली बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन और दवाइयों की किल्लत में तड़पते मरीजों की सांसे थम रही हैं। वहीं इस मुश्किल घड़ी में दिल्ली पुलिस ने एक नई पहल की शुरूआत की है। कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा डोनर्स का एक डिजिटल डाटा बैंक लॉन्च किया है। इस सुविधा का पुलिस ने 'जीवन रक्षक' नाम दिया गया है।
इस पहले से बचेगी कई लोगों की जिंदगी
इस पहल के बाद से कोई भी प्लाज्मा डोनर या रिसीवर दिल्ली पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर कर सकता है। दिल्ली पुलिस उन लोगों का डाटा सेव कर रही है जो प्लाज्मा डोनर हैं और दूसरे वह जिन्हें इसकी जरूरत है। इसके लिए पुलिस ने एक गूगल पर फॉर्म तैयार किया है। साथ ही पुलिस रोजाना डोनर और रिसीवर के बारे में जानकारी को शेयर करती रहेगी।
ऐसे 'जीवन रक्षक' पेज जा सकते हैं आप
प्लाज्मा की जिन लोगों की जरुरत है वह इस पर रजिस्ट्रेशन करेंगे। इसके लिए दिल्ली पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर 'जान बचाओ' नाम मौजूद एक लिंक पर जाना होगा। इसके बाद आप 'जीवन रक्षक' पेज पर पहुंच जाएंगे। इस लिंक को खोलने के लिए दो ऑप्शन आते हैं एक रिसीवर का और दूसरा डोनर का। प्लाज्मा लेने और देने वालों को पहले एक फॉर्म भरना होगा। जिसमें डोनर के लिए नाम, पता, मोबाइल नंबर, संक्रमण से कब ठीक हुए थे, जैसी डिटेल देनी होगी, वहीं प्लाज्मा लेने वालों को भी एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें उनकी सारी जानकारियों के साथ हॉस्पिटल, डॉक्टर और प्रिस्क्रिप्शन जैसी डिटेल भी देनी होगी।
24 घंटे हाजिर है पुलिस की यह सेवा
दिल्ली पुलिस की यह पहल प्लाज्मा प्राप्तकर्ताओं के लिए समय पर प्लाज्मा थेरेपी को सुविधाजनक बनाने में मददगार साबित होगी। पुलिस ने अपने इस पेज पर कोरोना से ठीक हुए लोगों से विनती करते हुए लिखा है कि जिन लोगों ने कोरोनो को मात दी है, वह प्लीज प्लाज्मा डोनेट करें। दिल्ली पुलिस आपकी इस सेवा के लिए 24 घंटे हाजिर है। बता दें कि इस पहले के बाद 12 प्लाज्मा दानदाताओं ने पुलिस के 'जीवन रक्षक' पर रजिस्टर किया है।