सार

हिमपात के कारण पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाली मुगल रोड और 434 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को बुधवार को बंद करना पड़ा

जम्मू: जम्मू कश्मीर में ऊपरी इलाकों में ताजा हिमपात के कारण पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाली मुगल रोड और 434 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को बुधवार को बंद करना पड़ा। उधर, भारी कोहरे की वजह से श्रीनगर हवाईअड्डे पर विमान परिचालन लगातार पांचवें दिन भी ठप्प रहा और घाटी से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई।

राज्य के यातायात विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बांदीपुरा जिले में सीमावर्ती शहर गुरेज और कुपवाड़ा जिले में करनाह और तंगधार केा जोड़ने वाली सड़कों को भी बंद किया गया है जबकि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक तरफ से ही यातायात चालू है और बुधवार सुबह केवल श्रीनगर जाने वाले वाहनों को ही अनुमति दी गई।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण रातभर हिमपात

प्रसिद्ध स्की रिजॉर्ट गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमार्ग समेत जम्मू कश्मीर के ऊपरी इलाकों और लद्दाख में पश्चिमी विक्षोभ के कारण रातभर हिमपात हुआ और 14 दिसंबर तक विक्षोभ का असर रहने की संभावना है जिससे खासतौर से बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मध्यम एवं भारी हिमपात और बारिश आने की संभावना है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग, मुगल रोड, बांदीपुरा-गुरेज और कुपवाड़ा-तंगधार-करनाह सड़कों पर विभिन्न स्थानों पर ताजा हिमपात के बाद बुधवार सुबह इन्हें बंद कर दिया गया। ये सभी सड़कें भारी हिमपात के कारण सर्दियों के महीनों में अकसर बंद रहती हैं।

सोनमार्ग-जोजिला दर्रे में हिमपात

उन्होंने बताया कि कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर सोनमार्ग-जोजिला दर्रे में हिमपात हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खुला हुआ है लेकिन यातायात केवल एकतरफा है। उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर केवल श्रीनगर जाने वाले वाहनों को जाने की अनुमति है।

मौसम वैज्ञानिकों ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मध्यम से भारी हिमपात और बारिश का अनुमान जताते हुए दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की है।

कश्मीर प्रशासन ने घाटी में सड़कों पर से बर्फ हटाने के लिए 154 मशीनों को काम में लगाया है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)