सार
रविवार को बीजेपी ने हरक सिंह रावत के बगावती तेवरों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इससे पहले भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए थे।
देहरादून : उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मचाने वाले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) की आखिरकार कांग्रेस में वापसी हो ही गई। पिछले 5 दिनों से कांग्रेस (Congress) ने इंतजार करवा शुक्रवार को उनकी जॉइनिंग करा ली है। हरक के साथ उनकी बहु अनुकृति गोसाई भी कांग्रेस में शामिल हो गई है। उन्हें लैंसडाउन से टिकट मिल सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अनुकृति गुसाईं रावत को स्टार प्रचार से तौर पर इस्तेमाल करेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक टिकट की शर्त पर हरक की कांग्रेस में वापसी हुई है। पार्टी से या तो हरक सिंह रावत को या फिर उनकी बहू को टिकट मिल सकता है।
बना हुआ था सस्पेंस
इससे पहले बुधवार को हुई बैठक में कांग्रेस के कद्दावर नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा था हरक सिंह रावत के बारे में फैसला लेने का अधिकार उनके पास नहीं है। उनके संबंध में पार्टी आलाकमान फैसला करेगा। वो किसी से नाराज नहीं हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि उन्हें पार्टी में शामिल कराना है या नहीं। उस संबंध में जो भी फैसला होगा उसे वो स्वीकार करेंगे।
भाजपा से क्यों हुए बाहर
बताया जा रहा था कि हरक सिंह रावत परिवार के सदस्यों को टिकट देने का दबाव बना रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा था कि भाजपा में हरक आए उन्होंने विकास के मामले में जो कहा हमने किया, लेकिन हमारी पार्टी वंशवाद से दूर और विकास के साथ है। रविवार को बीजेपी ने हरक सिंह रावत के बगावती तेवरों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इससे पहले भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए थे।
हरक सिंह रावत ने बीजेपी पर आरोप लगाया
वहीं हरक सिंह रावत भाजपा से बाहर होने के बाद काफी भावुक नजर आए थे। उन्होंने आरोप लगाया की बीजेपी (BJP) ने उनके साथ धोखा किया है। हरक सिंह ने यह भी कहा कि 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। जिसमें भाजपा सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस 40 सीटों के साथ सरकार बनाएगी।
कब है चुनाव
उत्तराखंड की 70 विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान होंगे। चुनाव आयोग के शेड्यूल के मुताबिक उत्तराखंड चुनाव में नामांकन की अंतिम तारीख 28 जनवरी 2022 है। वहीं, मतगणना 10 मार्च को होगी।
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