सार
बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं होती हैं। चंडीगढ़ में एक ऐसी ही घटना में 19 साल की लड़की की मौत हो गई। वो अपनी सहेलियों के साथ सुखना लेक घूमने पहुंची थी।
चंडीगढ़. एक 19 साल की लड़की अपनी सहेलियों के साथ लेक के किनारे बारिश का आनंद ले रही थी। सभी बहुत खुश थे। चारों ओर काफी चहल-पहल थी। अचानक एक ऐसी घटना हुई, जिससे सब शॉक्ड रह गए। हुआ यूं कि तैयबा उर्फ तमन्ना गुरुवार शाम को सुखना लेक गई थी। शाम 4.08 बजे अचानक आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिरी। बिजली गिरने के बाद तमन्ना बेहोश हो गई। पहले तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया। हालांकि फिर लोग उसे तुरंत हॉस्पिटल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
जैसा कि सहेली ने बताया..
तमन्ना की दोस्त आरती भी उसकी साथ थी। वे लेक के किनारे घूम रहे थे। उस वक्त हल्की बारिश हो रही थी। अचानक एक जोरदार धमाका हुआ। लोगों ने देखा कि आसमान के ऊपर से कोई चमकती चीज तमन्ना पर आकर गिरी। तमन्ना उसी वक्त बेसुध हो गई। तमन्ना के पिता अलाउद्दीन डेराबस्सी इलाके में रेहड़ी पर सामान बेचते हैं।
जैसा कि पिता ने बताया
तमन्ना किसी फैक्ट्री में काम करती थी। 15 अगस्त को छुट्टी थी। तमन्ना ने कहा कि वो अपनी सहेलियों के साथ घूमने जा रही है। हालांकि पता नहीं क्यों, लेकिन बेटी को जाने की इजाजत देने का उनका मन नहीं हो रहा था। एक बारगी तो उन्होंने मना किया, लेकिन तमन्ना नहीं मानी। शाम को तमन्ना के मौत की खबर मिली।
क्यों गिरती है बिजली
बिजली बारिश के दौरान चमकती है। आकाशीय बिजली आमतौर पर गरजदार हवा और हल्की बारिश के दौरान पैदा होती है। यह 10 करोड़ वोल्ट तक की हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जब बादल आसमान में काफी ऊंचाई पर होते हैं, तब वहां टेम्प्रेचर काफी कम होता है। उस वक्त पानी आधा जम चुका होता है। इससे पानी के कणों में घनात्मक और ऋणात्मक चार्ज बदलने लगता है। जब ये आपस में टकराते हैं, तो चिंगारी उत्पन्न होती है। इसे ही बिजली कड़कना कहते हैं। प्रति सेकंड 1800 से 2000 बार गर्जना होती है। आकाशीय बिजली 22,400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी पर आकर गिरती है। आकाश में रोज 44,000 बार बिजली चमकती है।