सार
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हरियाणा में पार्टी के एकमात्र विधायक के भाजपा में शामिल होने के बाद शुक्रवार को कहा कि भाजपा ने जो किया है वह अनैतिक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
चंडीगढ़. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हरियाणा में पार्टी के एकमात्र विधायक के भाजपा में शामिल होने के बाद शुक्रवार को कहा कि भाजपा ने जो किया है वह अनैतिक और दुर्भाग्यपूर्ण है। बादल ने कहा कि हर रिश्ते की एक मर्यादा होती है और अकाली दल के मौजूदा विधायक को अपने खेमे में शामिल करने से उनके गठबंधन की मर्यादा का उल्लंघन हो रहा है।
गुरुवार को भाजपा में शामिल हुए हैं बलकौर सिंह
कलांवली के विधायक बलकौर सिंह गुरुवार को नयी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की राज्य को ‘‘ईमानदार’’ सरकार देने के लिए प्रशंसा की। बादल ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘रिश्ते की एक मर्यादा होती है। हमारे मौजूदा विधायक को अपने खेमे में शामिल करना अनैतिक है और मर्यादा तोड़ने वाला है।’’
हरियाणा में अकेले ही चुनाव लड़ रही है भाजपा
अकाली दल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने का फैसला किया है। पंजाब में कोई समस्या नहीं है जहां भाजपा के साथ हमारा गठबंधन है। पंजाब और दिल्ली में हमारा गठबंधन कायम है। हरियाणा में पहले भी भाजपा के साथ हमारा गठबंधन नहीं रहा। लेकिन पुराने सहयोगी दल होने के नाते हमारी एक प्रतिबद्धता है। उन्होंने जो किया है वह अत्यंत निंदनीय है। खासतौर पर ऐसी पार्टी के साथ जो हमेशा उसके (भाजपा के) साथ खड़ी रही। उस पार्टी के साथ ऐसा करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारी पार्टी इसकी पुरजोर निंदा करती है।
भाजपा पर लग रहे साथ न निभाने के आरोप
इससे पहले अकाली दल ने गुरुवार को भाजपा पर हरियाणा विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता से पीछे हटने का आरोप लगाया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने भाजपा के उम्मीदवारों को समर्थन दिया था। अकाली दल की कोर कमेटी के एक सदस्य ने कहा, कि जब भाजपा के लिए अकाली दल के कदम पर ऐसे ही रुख का वक्त आया तो वह पलट गयी और यहां तक कि अकाली दल के एक विधायक को अपने खेमे में शामिल कर लिया। अकाली दल ने हरियाणा के प्रभारी महासचिव बलविंदर सिंह की अध्यक्षता में समिति बनाई थी जिसे हरियाणा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के मुद्दे पर भाजपा से बातचीत का काम सौंपा गया था।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)