सार

दूसरे दिन फिर चालान काटे जाने के बाद एक ऑटो ड्राइवर का रोना छूट गया। उसने बीच सड़क रोते हुए फांसी लगाने की कोशिश की। हालांकि गलती उसी की थी। उसने ऑटो में ओवरलोडिंग कर रखी थी।

पठानकोट, पंजाब. 'नया मोटर व्हीकल एक्ट' आने के बाद देशभर में हंगामा हुआ था। लड़ाई-झगड़ा और मारपीट की बात आम हो गई थी। धीरे-धीरे मामला कंट्रोल में आया, लेकिन पूरी तरह से रुका नहीं है। अभी भी कहीं जगह से पुलिस के साथ वाद-विवाद के मामले सामने आते रहते हैं। यहां भी ऐसा ही हुआ। एक ऑटो ड्राइवर ने चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर बीच सड़क ड्रामा कर दिया। उसने ऑटो से रस्सी निकालकर अपनी गर्दन में फंदा डालने की कोशिश की। उसने ओवरलोडिंग कर रखी थी।


दूसरे दिन फिर कटा था चालान..
घटना रविवार दोपहर 2 बजे ढांगू रोड पर हुई। यहां पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान वहां से राजेंद्र पाल अपना ऑटो लेकर निकला। उसे ऑटो में ज्यादा सवारियां बैठा रखी थीं। इस पर वहां तैनात एएसआई स्वर्ण सिंह ने उसे रोक लिया। इसके बाद ओवरलोडिंग का उसका चालान काट दिया। राजेंद्र पहले गिड़गिड़ाया और फिर रोने लगा। लेकिन पुलिस नहीं मानी। इससे गुस्सा होकर राजेंद्र ने ऑटो से रस्सी निकाली और अपने गले में फंदा डालने लगा। हंगामा होते देख वहां भीड़ जुट गई और ऑटो ड्राइवर को किसी तरह रोका। ऑटो ड्राइवर ने बताया कि उसने कर्ज लेकर ऑटो खरीदा है। दो दिन पहले उसका 5 हजार रुपए का चालान काट दिया गया था। हालांकि उसने माना कि 3 के बजाय 4 सवारियां बैठा रखी थीं। इस बार आरोप है कि उसने 8 सवारियां बैठा रखी थीं।

उधर, ट्रैफिक पुलिस प्रभारी सुरेंद्र पाल ने कहा कि यदि ऑटो वाले के पास कागजात पूरे थे, तो उसका चालान नहीं काटा जाना चाहिए था। फिर भी मामला दिखवा रहे हैं।