सार

संदीप बताता है कि चार साल पहले उसके दोस्तों ने नशे की लत लगा दी थी। नशे के कारण उसने 10वीं की पढ़ाई भी छोड़ दी।  संदीप ने कहा कि नशा छोड़ना उतना आसान नहीं, फिर भी वो कोशिश करेगा।
 

पटियाल. नशेड़ी बेटे की हरकतों से तंग आकर एक फैमिली को दिल पर पत्थर रखकर ऐसा निर्णय लेना पड़ा, जो शर्मनाक है। नाभा में 22 साल का लड़का पिछले दो हफ्तों से जंजीरों में जकड़ा हुआ है। ड्रग्स का आदी हो चुका यह लड़का नशे की जुगाड़ के लिए चोरियां करने लगे था। लगातार मिल रहीं शिकायतों से परेशान परिजनों ने उसे जंजीर से बांधकर रखना शुरू कर दिया।
 
तरसेम बताते हैं कि उन्होंने बेटे संदीप का कई बार इलाज कराया, लेकिन वो फिर से ड्रग्स लेने लगता। परिजनों ने पुलिस से भी गुहार लगाई, लेकिन कुछ मदद नहीं मिली। संदीप के पिता और मां मनजीत दोनों मेहनत-मजदूरी करके गुजर-बस करते हैं। नशे के लिए संदीप ने सारी जमा-पूंजी खर्च कर दी।
 
मनजीत बताती हैं कि वे संदीप को लेकर नशा मुक्ति केंद्र गए थे, लेकिन वहां किसी ने मदद नहीं की। हालांकि जंजीरों में बंधा संदीप कहता है कि वो अब नशा छोड़ देगा। संदीप बताता है कि चार साल पहले उसके दोस्तों ने नशे की लत लगा दी थी। नशे के कारण उसने 10वीं की पढ़ाई भी छोड़ दी। संदीप ने कहा कि नशा छोड़ना उतना आसान नहीं, फिर भी वो कोशिश करेगा।