सार

सिद्धू गुरुवार को एक रैली में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आज पंजाब का नौजवान खत्म हो रहा है। उन्हें नशे और ड्रग्स ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। लाखों युवा सिरिंज लागकर मर रहे हैं। अगर नशीले पदार्थों और बेअदबी मामले की यह रिपोर्ट पंजाब सरकार ने नहीं खोली तो मैं आमरण अनशन पर चला जाऊंगा।

चंडीगढ़, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh sidhu) लगातार अपनी सरकार पर सवाल खड़े करते रहे हैं। अब फिर उन्होंने चन्नी सरकार को लेकर हमला करते हुए चेतावनी भी दी है। सिद्धू ने कहा कि अगर राज्य की चरणजीत सिंह चन्नी (chatanjit singh channi) के नेतृत्व वाली सरकार नशीले पदार्थों और बेअदबी मामले की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करती है, तो वह उनके खिलाफ भूख हड़ताल बैठ जाएंगे।

पंजाब के लाखों युवा सुई लगाकर मर रहे हैं...
दरअसल, सिद्धू गुरुवार को एक रैली में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आज पंजाब का नौजवान खत्म हो रहा है। उन्हें नशे और ड्रग्स ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। लाखों युवा सिरिंज लागकर मर रहे हैं। उनका शरीर सुई से भर चुका है। उनकी बुजुर्ग मां-बाप रो रहे हैं। सिद्धू ने कहा कि मुझे पटियाला में एक बूढ़े बाप ने बताया कि उनका पोता दिन रात नशे में डूबा रहता है, उसकी हालत देखकर रोता हूं।

अपनी ही सरकार के खिलाफ आमरण अनशन की धमकी
सिद्धू ने अपनी चन्नी सरकार को धमकी देते हुए कहा कि मैं आज आपको बता देना चाहता हूं कि, अगर नशीले पदार्थों और बेअदबी मामले की यह रिपोर्ट पंजाब सरकार ने नहीं खोली तो मैं आमरण अनशन पर चला जाऊंगा। इतना ही नहीं उन्होंने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर का नाम लिए बगैर कहा कि पिछला मुख्यमंत्री साढ़े चार साल तक सोता क्यों रहा। लेकिन यह सरकार नहीं जागी तो अच्छा नहीं होगा।

चन्नी सरकार से लेकर अब तक जारी है सिद्धू का हमला
बता दें कि इससे पहले भी कई बार सिद्धू सीएम चन्नी और उनकी सरकार के खिलाफ हमला बोल चुके हैं। शुरूआत में उनको सीएम बनने से वह नाराज थे, फिर कैबिनेट में अपनी पसंद के लोगों को मंत्री ना बनाए जाना। तो पुलिस अफसरों की पोस्टिंग को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि पार्टी हाईकमान के आदेश के बाद उन्होंने इस्तीपा वापस ले लिया था। हाल ही में जब करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद सीएम चन्नी अपने मंत्रियों के साथ दर्शन के लिए जा रहे थे तो सिद्धू की जाने की अनुमति नहीं मिली थी। इसमें भी उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।