सार
यह हैं बलदेव खैबर। खैबर पाकिस्तान के प्रांत पख्तून ख्वा की बारीकोट(रिजर्व) सीट से MLA रहे हैं। ये पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की पार्टी 'तहरीक-ए-इंसाफ' की नेता रहे हैं। ये अपनी जान बचाकर तीन महीने के वीजे पर इंडिया आए हुए हैं। हालांकि अब वे भारत सरकार से राजनीतिक शरण मांग रहे हैं।
लुधियाना. पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं। स्थितियां यह हैं कि PAK प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी से जुड़े लोग भी दहशत में जी रहे हैं। पाकिस्तान में लंबा टॉर्चर झेलने के बाद तीन महीने के वीजे पर भारत पहुंचे बलदेव खैबर अपने मुल्क लौटना नहीं चाहते। उन्होंने भारत सरकार से राजनीतिक शरण मांगी है। बलदेव खैबर इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' के नेता रहे हैं। वे पख्तून ख्वा प्रांत की बारीकोट(रिजर्व) से विधायक रहे हैं। लेकिन अब उन्हें अपनी जिंदगी बचाकर भागना पड़ रहा है।
36 घंटे के विधायक
43 साल के बलदेव पिछले महीने लुधियाना जिले के खन्ना पहुंचे हैं। हालांकि उन्होंने अपने परिवार को पहले ही भारत भेज दिया था। यह परिवार पाकिस्तान जाने के नामभार से डर जाता है। बलदेव कहते हैं कि वे पाकिस्तान लौटना नहीं चाहते। वे भारत में शरण लेना चाहते हैं। इसके लिए जल्द भारत सरकार में आवेदन करेंगे। बलदेव राज के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू और सिख नेताओं को मारा जा रहा है। बलदेव का आरोप है कि उन्हें हत्या के एक झूठे आरोप में 2 साल जेल में रखा गया। वे 2018 में बरी हुए। दरअसल, 2016 में बारीकोट के सिटिंग एमएलए की हत्या कर दी गई थी। बलदेव पर इसका इल्जाम लगा था। पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, अगर किसी विधायक की मौत हो जाए, तो दूसरे नंबर पर रहने वाले उम्मीदवार को जीता मान लेते हैं। इस तरह वे 2018 में बरी होने के बाद शपथ लेकर मात्र 36 घंटे के विधायक बन सके। इसके बाद कार्यकाल खत्म हो गया। बलदेव 12 अगस्त को भारत पहुंचे है। दहशत का माहौल देखिए, वे अटारी बॉर्डर से पैदल इंडिया पहुंचे। बलदेव की शादी 2007 में पंजाब के खन्ना की रहने वाली भावना से हुई थी। इनके दो बच्चे हैं- 11 साल की रिया और 10 साल का सैम। बेटी को थैलेसीमिया रोग है।