सार
बीएसएफ (BSF) के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक बीओपी टीटी मल के पास यह नाव बरामद हुई है। यह संदिग्ध नाव इसलिए और निगाह में आ रही है, क्योंकि यहां से 50 किमी दूर ही पीएम मोदी का काफिला फंसा था। अधिकारी जांच कर रहे हैं कि कहीं प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को रोकने से इस नाव का कोई लिंक तो नहीं है।
फिरोजपुर। सीमा सुरक्षा बल (BSF) को शुक्रवार को सतलुज नदी में एक संदिग्ध नाव (Suspected Boat) मिली है। इस नाव के बारे में पड़ताल जारी है। हालांकि यह नाव यहां तक पहुंची कैसे, अब तक यह साफ नहीं हुआ है। बीएसएफ के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक बीओपी टीटी मल के पास यह नाव बरामद हुई है। यह संदिग्ध नाव इसलिए और निगाह में आ रही है, क्योंकि यहां से 50 किमी दूर ही पीएम मोदी का काफिला फंसा था। अधिकारी जांच कर रहे हैं कि कहीं प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को रोकने से इस नाव का कोई लिंक तो नहीं है।
पाकिस्तान की हो सकती है नाव
सतलुज नदी में यह नाव मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां (Security Agencies)अलर्ट मोड पर आ गई हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह पाकिस्तान से आई हो सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर किसी ने कुछ नहीं कहा है। नाव में क्या कुछ मिला है, इसकी भी जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
ड्रोन या टेलिस्कोपिक गन से पीएम की हत्या की साजिश का शक
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक(Pm Security Breach) के मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह(Shandilya Giriraj Singh) ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने और भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी और प्रवेश सिंह वर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर PM की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। इस आरोप में कहा गया कि साजिश में सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह(Giriraj Singh) ने लिखा-पीएम को मौत के कुएं में फंसाना कोई इत्तेफाक नहीं यह साजिश थी..महादेव की कृपा से बच गए। इसकी उच्चस्तरीय सही जांच होगी, तो यह साज़िश पंजाब के सीएम ऑफिस तक ही बल्कि उनके तार ऊपर तक जुड़ेंगे। ऐसा प्रतीत होता है की उनकी हत्या ड्रोन या टेलीस्कोपिक गन से भी हो सकती थी।
गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले का अलर्ट
इस बीच सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला है कि गणतंत्र दिवस और विधानसभा चुनाव के दौरान आतंकी हमला कर सकते हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। बताया गया है कि भीड़-भाड़ वाली जगहों के साथ ही हाई-प्रोफाइल नेताओं पर हमले की योजना है। सुरक्षा एजेंसियों चुनावी राज्यों के अफसरों और सैनिकों के साथ ही राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए विस्तृत अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों को सभी सहयोगी एजेंसियों के साथ आवश्यक समन्वय रखते हुए सुरक्षा अभ्यास, अचानक हमले की स्थिति में प्रतिक्रिया को लेकर तैयार रहने को कहा गया है।