सार
पंजाब में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का का रोमांटिक मूड में दिखाई दिए। उन्होंने एक पार्टी में भाग लिया और एक गाना भी गाया। वहां मौजूद अन्य मेहमानों ने भी कैप्टन के साथ गाना गुनगुनाया।
चंडीगढ़. कल पंजाब में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने हैं। ऐसे में प्रदेश के सभी नेताओं के दिल में यही बैचेनी है कि उनकी किस्मत कल क्या करने वाली है। इसी बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का का रोमांटिक मूड में दिखाई दिए। उन्होंने मंगलवार देर शाम एक पार्टी में भाग लिया और एक गाना भी गाया। वहां मौजूद अन्य मेहमानों ने भी कैप्टन के साथ गाना गुनगुनाया।
'लोग ज़ालिम हैं हर एक बात का ताना देंगे'
नतीजे आने से पहले राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन ने एक खास डिनर पार्टी का आयोजन किया था। जिसमें गिने-चुने लोगों को बुलाया गया था। इस पार्टी में कैप्टन का अलग ही अंदाज देखने को मिला। जहां उन्होंने माइक संभालकर गाना गाया और उसी के जरिए अपने विरोधियों पर निशाना भी साधा। अमरिंदर सिंह ने कहा, ''लोग ज़ालिम हैं हर एक बात का ताना देंगे...बातों बातों में मेरा ज़िक्र भी ले आयेंगे...उनकी बातों का ज़रा सा भी असर मत लेना...वरना चेहरे की तासुर से समझ जायेंगे'।
शाही अंदाज और बेबाक मिजाज के लिए जाने जाते हैं कैप्टन
बता दें कि कैप्टन अपने शाही अंदाज और बेबाक मिजाज के लिए जाने जाते रहे हैं। वह अक्सर जिस किसी ऐसी पार्टी में जाते हैं तो गाना गाने से पीछे नहीं हटते हैं। दो साल पहले जब उनकी पोती की शादी हुई थी, तो कैप्टन ने भरी महफिल में एक फिल्मी गाना गाया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हुआ था।
इस चुनाव में कैप्टन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
दरअसल, पंजाब के कद्दावर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह इस बार कैप्टन अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के बैनर तले पटियाला अर्बन से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस से अलग होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी बनाई है। उनकी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में है। इस बार का चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है।
इस सीट से कैप्टन चार बार से हैं विधायक
बता दें कि आप से पूर्व मेयर अजीतपाल कोहली तो कांग्रेस से पूर्व मेयर विष्णु शर्मा मैदान में हैं। पटियाला रियासत के प्रभाव क्षेत्र में आने वाली इस सीट से कैप्टन अमरिंदर चार बार विधायक रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह 2012 के चुनाव में भी इसी सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और तब उनकी पत्नी यहां से उपचुनाव में विधायक निर्वाचित हुई थीं।