सार
AAP प्रत्याशी मंजू राणा ने मंत्री राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में व्यक्तिगत शिकायत की है। अपनी शिकायत में उन्होंने राणा गुरजीत के खिलाफ पिछले साल नवंबर में दशहरा के अवसर पर की गई टिप्पणी को लेकर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।
चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रत्याशी और पूर्व जज मंजू राणा पर कपूरथला में मंत्री राणा गुरजीत सिंह (Rana Gurjeet Singh) ने दशहरे के दिन जो टिप्पणी की थी, वह अब उन पर भारी पड़ती नजर आ रही है। पूर्व अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंजू राणा की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने कड़ा नोटिस लिया है। आयोग ने एसएसपी कपूरथला को राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ तत्काल प्रभाव से आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिए हैं। बता दें कि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार मंजू राणा कपूरथला विधानसभा क्षेत्र से राणा गुरजीत सिंह के साथ चुनाव लड़ रही हैं।
क्या है मामला
मामला दशहरे के दिन का है। इस दिन मंजू राणा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर मेले में एक स्टॉल लगाकर जलसेवा कर रही थीं। इसी बीच मंत्री राणा गुरजीत सिंह वहां से गुजर रहे थे। वह स्टॉल पर रुक कर मंजू राणा पर टिप्प्णी कर दी। इससे नाराज मंजू राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने राणा थाने पहुंची, लेकिन पुलिसकर्मियों ने शिकायत दर्ज नहीं की। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ थाने के बाद धरना दिया। लेकिन फिर भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।
सीजेएम कोर्ट में शिकायत
इसके बाद मंजू राणा ने राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में व्यक्तिगत शिकायत की। अपनी शिकायत में उन्होंने राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ पिछले साल नवंबर में दशहरा के अवसर पर की गई टिप्पणी को लेकर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। कोर्ट ने पूर्व जज मंजू राणा की शिकायत पर सुनवाई करते हुए स्थानीय एसएचओ को तलब कर जांच वाले दिन स्थिति पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिए हैं।
महिलाओं से ये कैसा व्यवहार - मंजू राणा
मंजू राणा का कहना है कि कांग्रेस सरकार के मंत्री को पता नहीं कि महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। इसलिए वह मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इससे अंदाजा लगया जा सकता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर स्थिति क्या है? पूर्व जज ने राणा के खिलाफ अदालत में आपराधिक शिकायत दर्ज कराने के साथ ही इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग और पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी को भी की है।
इसे भी पढ़ें-Inside Story: अमृतसर ईस्ट में सिद्धू Vs मजीठिया, जानें माझे के सरदार ने क्यों दी कांग्रेस के सरदार को चुनौती?
इसे भी पढ़ें-Punjab विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों का 'Family Show', 15 सीट पर परिवार या रिश्तेदारों को टिकट