सार

पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए गए। कांग्रेस ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मानसा से टिकट दिया है। इसकी अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही थीं।

मनोज ठाकुर, चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए गए। कांग्रेस ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मानसा से टिकट दिया है। इसकी अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही थीं। सिद्धू का विधानसभा क्षेत्र मनसा है। आम आदमी पार्ट से कांग्रेस में आए नाजर सिंह मनशाहिया को पहले ही इस बात का अंदेशा हो रहा था कि उनका टिकट कट सकता है। इसलिए वह कई दिनों से सक्रिय थे। शुक्रवार को सुबह उन्होंने पार्टी को धमकी दी कि यदि टिकट कटा तो पार्टी छोड़ देंगे। बाद में उन्होंने राहुल गांधी को एक पत्र लिख कर टिकट देने की मांग की। राहुल को लिखे पत्र में विधायक नजर सिंह मनशाहिया ने कहा कि मानसा की जनता सिद्धू मूसेवाला के खिलाफ है। 

विधायक ने इस पत्र में लिखा था कि अगर सिद्धू मूसेवाला को मानसा से टिकट मिलता है तो इससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। लेकिन उनकी तमाम कोशिश के बाद भी आखिर में उनका टिकट कट गया है। टिकट कटने पर नजर सिंह ने अभी बात करने से इंकार कर दिया है। माना जा रहा है कि वह जल्दी ही वह पार्टी छोड़ देंगे। उनके समर्थकों ने बताया कि विधायक आज शाम तक बैठक बुला कर इसका ऐलान भी कर देंगे। 

इधर, सोनू सूद की बहन मालविका को कांग्रेस ने मोगा से अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां से पहले कांग्रेस से हरजोत कमल विधायक थे। कमल का टिकट कट गया है। कहा जा रहा है कि वो बागी हो सकते हैं और किसी दूसरे दल में जा सकते हैं।

इनके टिकट काटे गए 

  • श्री हरगोबिंदपुर से बलविंदर सिंह लाडी। लाडी के बारे में कहा जा रहा है कि वे तो कहीं के नहीं रहे। कुछ दिन पहले टिकट कटने की आशंका हुई तो बीजेपी में चले गए। बाद में कांग्रेस नेताओं ने टिकट देने का आश्वासन दिया तो 5 दिन बाद वापस कांग्रेस में आ गए। लेकिन, शनिवार को पहली सूची आई तो उनका नाम गायब था। श्रीगोबिंदपुर से कांग्रेस ने मनदीप सिंह रनगर नांगल को टिकट दिया है।
  • मुकेरिया से रजनीस कुमार बपगी का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह इंदू बाला को टिकट दिया गया है। 
  • फाजिल्का के बल्लूआना में नाथूराम का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह राजेंद्र कौर को टिकट दिया गया है। 
  • मलोट से विधायक और विधानसभा के उपसभापति अजैयब सिंह की टिकट काट दिया गया। उनकी जगह बठिंडा देहात से विधायक रूपिंद्र कोर रूबी को टिकट दिया गया। उन्होंने कुछ दिन पहले ही आप छोड़कर कांग्रेस जॉइन की थी।

ये बदलाव किए गए 

  • अबोहर में सुनील जाखड़ की जगह उनके बेटे संदीप जाखड़ को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। 
  • पटियाला देहात से ब्रह्मइ्द्रा की जगह उनके बेटे मोहित को टिकट दिया। इसके पीछे तर्क दिया गया कि पार्टी में युवा चेहरों को जगह दी जाए। 
  • गुरदासपुर की कादियां सीट से प्रताप सिंह बाजवा को टिकट दिया गया। वे राज्यसभा के सांसद हैं। पिछली बार इस सीट पर उनके छोटे भाई फतेह चंद बाजवा विधायक थे। कुछ दिन पहले वह टिकट कटने की आशंका में भाजपा में शामिल हो गए थे। 

कांग्रेस ने किसी तरह का रिस्क नहीं लिया 
टिकट वितरण में कांग्रेस ने किसी तरह का रिस्क नहीं लिया है। जो टिकट काटे गए, यह बहुत सोच समझ कर काटे गए हैं।  हालांकि पहले तय था कि बड़ी संख्या में टिकट कट सकते हैं। इसकी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन ऐन मौके पर इसे टाल दिया गया। वजह यह है कि यदि इन्हें टिकट नहीं दिया तो टिकट कटने से नाराज विधायक कैप्टन की ओर जा सकते हैं। वहां वह भल ही जीते या हारे, लेकिन इससे कांग्रेस का वोट बैंक प्रभावित हो सकता है। 

चन्नी सिर्फ चमकोर साहिब से लड़ेंगे 
पहले संभावना जताई जा रही थी कि कांग्रेस सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दो जगह से चुनाव लड़ सकते हैं। पहली लिस्ट में चन्नी को चमकौर साहिब से टिकट दिया गया है। दूसरी जगह से उनके चुनाव लड़ने की संभावना न के बराबर है। चन्नी ने कहा कि उनके विरोधी इस तरह का प्रचार कर रहे थे, कि चमकोर में उनकी स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन उन्हें यकीन है कि मतदाता उन्हें पसंद कर रहे हैं। वह यहां से जीत हासिल करेंगे। 

पहली लिस्ट से लग रहा है कि कांग्रेस ने खूब होमवर्क किया
जिस तरह से कांग्रेस में उठाक पटक चल रही थी। कभी लिस्ट लटक रही थी। इसे लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कभी बोला जा रहा था कि सिद्धू व चन्नी में उम्मीदवरों को लेकर एक राय नहीं है। सिद्धू अपने समर्थकों को ज्यादा टिकट दिलाना चाहते हैं। लेकिन पहली लिस्ट से पता चल रहा है कि कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन पर खासा काम किया है। जो नाम दिए गए हैं, यह मजबूत स्थिति में हैं। जो विपक्षी उम्मीदवार को अच्छी खासी टक्कर दे सकते हैं।

14 फरवरी को मतदान, 10 मार्च को नतीजे
पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था। पार्टी को 77 सीटों पर जीत मिली थी। 20 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी। वहीं, शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ 15 और बीजेपी को तीन सीट पर जीत मिली थी। पंजाब में विधानसभा के 117 सीट हैं।

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