सार
मजीठिया गोल्डन गेट के पास पहुंचे तो वर्करों ने आतिशबाजी शुरू कर दी। इससे वहां धुआं ही धंआं फैल गया। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। यहां कई कार्यकर्ता मास्क नहीं पहने थे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए थे।
अमृतसर। ड्रग तस्करी मामले में जमानत मिलने के बाद अकाली दल के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब अमृतसर में उनके खिलाफ पुलिस ने डिजास्टर मैनेजमेंट, ऐपेडैमिक एक्ट और धारा 144 के उल्लंघन के तहत एफआइआर दर्ज की है। बिक्रम पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भीड़ जुटाई और धारा 144 और कोविड प्रोटोकॉल का जमकर उल्लंघन किया। बता दें कि शनिवार को बिक्रम यहां श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे थे तो खुलकर शक्ति प्रदर्शन किया गया। चुनाव के कारण पूरे प्रदेश में धारा 144 भी लगाई गई है।
ब्यास से अमृतसर तक अलग-अलग स्थानों पर अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने मजीठिया का स्वागत किया। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि वे अमृतसर गोल्डन गेट पर करीब 2 घंटे लेट पहुंच पाए। गोल्डन गेट के पास कार्यकर्ताओं ने अपने वाहन सड़कों पर लगा दिए। जिसके चलते गोल्डन गेट के पास ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। मजीठिया गोल्डन गेट के पास पहुंचे तो वर्करों ने आतिशबाजी शुरू कर दी। इससे वहां धुआं ही धंआं फैल गया। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। यहां कई कार्यकर्ता मास्क नहीं पहने थे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए थे। यहां तक कि चुनाव के मद्देनजर तय किए नियमों का भी खुलेआम उल्लंघन किया गया।
14 फरवरी को मतदान, 10 मार्च को नतीजे
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने 22 जनवरी तक रैली या भीड़ जुटाने पर रोक लगा रखी है। प्रदेश में आचार संहिता भी लागू है। पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था। पार्टी को 77 सीटों पर जीत मिली थी। 20 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी। वहीं, शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ 15 और बीजेपी को तीन सीट पर जीत मिली थी। पंजाब में विधानसभा के 117 सीट हैं।