सार

रविकिशन रूपनगर जिले के गांव ढंगराली में एक विज्ञापन फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही किसानों और ग्रामीणों को इस बात का पता चला तो उन्होंने  रवि किशन का विरोध शुरू कर दिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की। साथ पंजाब से वापस जाने के नारे भी लगाए। 

चंडीगड़. पंजाब और हरियाणा के किसान केंद्र सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। बीजेपी या उसका समर्थन करने वाले लोगों को किसान संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से बीजेपी सांसद और फिल्म एक्टर रवि किशन को पंजाब में एंट्री करन से रोक दिया। ग्रामीणों ने रवि की फिल्म की शूटिंग नहीं होने दी। 

रवि किशन को वापस लौटना पड़ा
दरअसल, रविकिशन रूपनगर जिले के गांव ढंगराली में एक विज्ञापन फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही किसानों और ग्रामीणों को इस बात का पता चला तो उन्होंने  रवि किशन का विरोध शुरू कर दिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की। साथ पंजाब से वापस जाने के नारे भी लगाए। इसके बाद रवि किशन तुरंत ही गांव से वापस हो गए। 

 ग्रामीणों ने सांसद को दी यह समझाइश
किसानों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रविकिशन बीजेपी सांसद हैं और वह कृषि कानूनों सपोर्ट करते हैं, इसीलिए हम नहीं चाहते हैं कि वह यहां आएं। मोदी सरकार हमारी कोई पुकार नहीं सुन रही तो वह क्यों हमारे राज्य में अपनी सरकार के विज्ञापन की शूटिंग करने के लिए आए हुए हैं।

शूटिंग की हो चुकी थी पूरी तैयारी... 
बता दें कि ढंगराली गांव में एक मकान को शूटिंग के लिए सजाया गया था। इसके बदले मकान मालिक को 40 हजार रुपए भी दिए जाने थे। लेकिन गांव के जब लोगों को पता चला तो उन्होंने यहां शूटिंग करने से मना किया और विरोध करने लगे। लेकिन सांसद की टीम के लोग और शूटिंग करने वालों के अनुसार उन्होंने गांव में विज्ञापन की शूटिंग की अनुमति सरपंच से ले ली थी। वहीं गांव के सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ का कहना है कि शूटिंग करने आए भाजपा वर्करों या नेताओं से उसका कोई लेना देना नहीं है।  मुझे उनके आने की कोई जानकारी तक नहीं है।