सार
यह कहानी एक ऐसे युवक की है, जो बिना किए जेल की हवा खा रहा है। पिछले दिनों अपनी पत्नी की बेवफाई से तंग आकर एक शख्स ने सुसाइड कर लिया था। पत्नी का जिस शख्स से प्रेम संबंध था, उसका नाम सुधीर है। लेकिन मृतक उसे सुमित के नाम से जानता था। मृतक की पत्नी का मुंहबोले देवर का नाम भी सुमित है। लिहाजा पुलिस ने उसे पकड़कर जेल पहुंचा दिया। अब उसके परिजन पुलिस के चक्कर काट रहे हैं।
लुधियाना, पंजाब. सिर्फ एक नाम की गलती किसी की जिंदगी पर कितनी भारी पड़ती है, यह घटना यही बताती है। कुछ दिन पुरानी बात है। एक शख्स ने अपनी पत्नी की बेवफाई से तंग आकर सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उसने सुसाइड नोट (Suicide note) में चार लोगों का जिक्र किया। इसमें पत्नी और उसके प्रेमी का नाम भी था। पत्नी का जिस शख्स से प्रेम संबंध (love affair) था, उसका नाम सुधीर है। लेकिन मृतक उसे सुमित के नाम से जानता था। मृतक की पत्नी के मुंहबोले देवर का नाम भी सुमित है। लिहाजा पुलिस ने उसे पकड़कर जेल पहुंचा दिया। अब उसके परिजन पुलिस के चक्कर काट रहे हैं।
मदद करने गया था, पहुंच गया जेल
सुमित नामक युवक पिछले हफ्तेभर से ज्यादा समय से सेंट्रल जेल में बंद है। उसके परिजन थाने के चक्कर लगा-लगाकर मायूस हो चुके हैं। जबकि मुख्य आरोपी सुधीर पकड़ा जा चुका है। उसे सोमवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। सुमित की मां सीमा ने बताया कि वे अपने बेटे की बेगुनाही का सबूत दे-देकर थक चुकी हैं। सुमित के भाई प्रकाश ने कहा कि वो बिना जुर्म के जेल की सजा काट रहा है।
यह है पूरा घटनाक्रम...
हरबंसपुरा के रहने वाले राकेश यादव ने पिछले दिनों सुसाइड किया था। उसने सुसाइड नोट में चार लोगों के नाम लिखे थे। पुलिस उसकी पत्नी रिया को पकड़कर थाने ले गई। रिया की एक साल की बच्ची है। उसकी मदद करने सुमित दूध देने थाने गया था। चूंकि मृतक को सुधीर का नाम सुमित बताया गया था, इसलिए पुलिस ने सुमित को पकड़कर बैठा लिया। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया।